बीरभूम हिंसा में अब तक 22 लोगों की गिरफ्तारी, दहशत में पलायन के लिए लोग मजबूर, पढ़ें बड़ी बातें
Birbhum Violence: पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में हुई हिंसा और आगजनी को लेकर बवाल जारी है. इस बीच कलकत्ता हाई कोर्ट ने फॉरेंसिक जांच के लिए दिल्ली सीएफएसएल को घटनास्थल से आवश्यक नमूने इकट्ठा करने का बुधवार को आदेश दिया. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि आशा करता हूं कि राज्य सरकार बंगाल की महान धरती पर ऐसा जघन्य पाप करने वालों को जरूर सजा दिलवाएगी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कहा कि हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल से जुड़े हों. पढ़ें 10 बड़ी बातें-
1. कोलकाता स्थित विक्टोरिया मेमोरियल में नवनिर्मित विप्लवी भारत दीर्घा का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''मैं इस हिंसक वारदात पर दुख व्यक्त करता हूं... अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.'' प्रधानमंत्री ने बंगाल की जनता से आग्रह किया कि वह ऐसी वारदात को अंजाम देने वाले लोगों और ऐसे अपराधियों का हौसला बढ़ाने वालों को कभी माफ न करे. उन्होंने कहा, ''केंद्र सरकार की तरफ से मैं राज्य को इस बात के लिए आश्वस्त करता हूं कि अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने में जो भी मदद वो चाहेगी, उसे मुहैया कराई जाएगी.''
2. प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा, ''राज्य सरकार कानून को अपना काम करने देना सुनिश्चित करने के लिए कर्तव्य से बंधी है. दोषियों को ढूंढा जाएगा और सजा दी जाएगी.''
3. रामपुरहाट के बोगतुई गांव में मंगलवार तड़के करीब एक दर्जन मकानों में कथित तौर पर आग लगा दिए जाने से दो बच्चों समेत कुल आठ लोगों की जल कर मौत हो गयी. यह घटना सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पंचायत स्तर के नेता भादू शेख की कथित हत्या के कुछ घंटों के भीतर हुई. भारतीय जनता पार्टी ने इस हिंसा के लिए राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस समर्थित ''गुंडों'' को जिम्मेदार ठहराया है.
4. हिंसा की घटना के सिलसिले में अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ''इस मामले में अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. हम यह पता लगाने के लिए उनसे पूछताछ कर रहे हैं कि क्या इस घटना में और लोग शामिल थे. ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कुछ आरोपी गांव से भाग गए हैं. हम उनका पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं.''
5. कलकत्ता हाई कोर्ट बंगाल सरकार को बृहस्पतिवार को अपराह्न दो बजे तक हिंसा मामले में रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है. चीफ जस्टिस प्रकाश श्रीवास्तव और जस्टिस राजर्षि भारद्वाज की पीठ इस मामले पर कल दोपहर दो बजे सुनवाई करेगी. पीठ ने स्वत: संज्ञान मामले और विभिन्न याचिकाओं की एक साथ सुनवाई करते हुए पूर्वी बर्धमान के जिला जज की उपस्थिति में घटनास्थल पर सीसीटीवी लगाने और अगले आदेश तक रिकॉर्डिंग जारी रखने का निर्देश दिया. वहीं राज्य की ओर से पेश महाधिवक्ता ने याचिका का पुरजोर विरोध किया और कहा कि विशेष जांच दल (एसआईटी) मामले की जांच कर रही है और किसी अन्य एजेंसी को मामले को अंतरित करने की आवश्यकता नहीं है.
6. बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने स्थान का दौरा किया जहां आठ लोगों की झुलसकर मौत हो गई थी. राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि यह बहुत दुखद घटना है. मामले में CBI और NIA की जांच होनी चाहिए. राष्ट्रपति शासन ही एकमात्र समाधान है, पश्चिम बंगाल को बचाने का. मामले में केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए. मुख्यमंत्री सिर्फ़ अपनी सरकार को बचा रहीं हैं.
7. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी गुरुवार को घटनास्थल का दौरा करेंगी. मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि उन्हें जिले का अपना दौरा एक दिन के लिए स्थगित करना पड़ा क्योंकि अन्य राजनीतिक दल पहले से ही वहां जुटे हुए हैं. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी के नेता घटनास्थल पर जाते समय 'लंगचा' (पड़ोसी बर्दवान जिले के शक्तिगढ़ क्षेत्र में बनने वाली मिठाई) का स्वाद लेने के लिए रुक गए. ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि हिंसा की ऐसी घटनाएं पेट्रोल और अन्य वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि जैसे चिंताजनक मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए रची गई साजिश का परिणाम हैं.
8. CPI(M) के नेता बीमान बोस ने भी घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने हत्या की निंदा की. वाम मोर्चा (एलएफ) ने रामपुरहाट कस्बे में एक रैली भी निकाली और हिंसा में मारे गए लोगों के लिए न्याय की मांग की. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भी गुरुवार को घटनास्थल का दौरा करेंगे. उन्होंने आज राष्ट्रपति को पत्र लिखकर बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की.
9. लोकसभा में बीजेपी के एक सदस्य ने पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुई हिंसा का मुद्दा उठाया और राज्य में तृणमूल कांग्रेस के शासन में कानून एवं व्यवस्था ध्वस्त होने का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार से संविधान के उचित अनुच्छेद के तहत हस्तक्षेप करने की मांग की. शून्यकाल के दौरान बीजेपी के सुकांत मजूमदार ने निचले सदन में इस विषय को उठाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस से संबद्ध पंचायत स्तर के एक उप प्रमुख की हत्या के बाद प्रतिशोध के रूप में हिंसा शुरू हुई.
10. तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि बीरभूम जिले में जो कुछ भी हुआ है, उसका राजनीतिक संघर्ष से कोई लेना-देना नहीं है. टीएमसी के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने बीजेपी से इस मामले में राजनीति नहीं करने को कहा. बंदोपाध्याय ने कहा कि उन्होंने इस घटना को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए समय मांगा है. गौरतलब है कि अमित शाह ने इस मामले में मंगलवार को भाजपा सांसदों के एक शिष्टमंडल से मुलाकात की थी.