21 AAP कार्यकर्ता थाने से हुए रिहा, केजरीवाल के समर्थन में किया था हंगामा

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Update: 2024-03-22 16:04 GMT
नई दिल्ली। दिल्ली के मंत्री और AAP नेता सौरभ भारद्वाज समेत 21 AAP कार्यकर्ताओं को बवाना थाने से रिहा किया गया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ आज ITO पर पार्टी के प्रदर्शन के दौरान उन्हें हिरासत में लिया गया था।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की जानकारी लगते ही मेरठ में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी ने कहा कि देश में लोकतंत्र खतरे में है। भाजपा सरकार की तानाशाही है, जिसके चलते ईमानदार मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया है। आप कार्यकर्ता दिल्ली पहुंच गए।
आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी ने बताया कि देश में तानाशाही हो रही है। भाजपा के इशारे पर मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी ईडी द्वारा कराई गई। शराब घोटाले से उनका कोई भी लेना-देना नहीं है। कार्यकर्ता पहले अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंचेंगे, जहां काफी कार्यकर्ता पहले से मौजूद हैं। दिल्ली में पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर आगे की रणनीति बनाई जाएगी। जरूरत पड़ी तो ईडी कार्यालय पर धरना देंगे। जिलाध्यक्ष के साथ महानगर अध्यक्ष अंकित गिरि, हेम कुमार, भूप सिंह, हर्ष वशिष्ठ, मनोज शर्मा मौजूद है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में एफएसटी ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने से आक्रोशित आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता शुक्रवार को सतना शहर की सड़क पर उतरे और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने लगे। हालांकि इनकी संख्या ज्यादा नहीं थी लेकिन जितने भी थे उन सभी प्रदर्शनकारियों को कोलगवां थाना पुलिस ने सेमरिया चौराहा पर रोक लिया। पुलिस उन्हें पकड़ कर थाने ले गई। पुलिस ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय परिषद सदस्य संजय बंका, संयुक्त सचिव दीपक बुधौलिया, जिलाध्यक्ष अमित सिंह, प्रशांत पांडेय एवं वीरेंद्र सहाय सक्सेना को गिरफ्तार कर लिया। आचार संहिता तथा धारा 144 प्रभावी होने के बावजूद बिना अनुमति रैली निकालने और प्रदर्शन करने के इस मामले में एफएसटी ने आम आदमी पार्टी के पांच पदाधिकारियों के खिलाफ धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
आप के राष्ट्रीय पदाधिकारी संजय बंका ने इसे लोकतंत्र में सरकार की तानाशाही और दमनकारी नीति करार देते हुए कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड की आड़ में 6 हजार करोड़ का चंदा बटोरने वाले दल के प्रमुख को पकड़ने के बजाय जनता के हित की चिंता करने वाले को सबूत न होते हुए भी गिरफ्तार किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। केंद्र सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है। हम कार्यकर्ताओं की आवाज को भी दबाने का काम किया जा रहा है लेकिन आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता चुप नहीं बैठेंगे। आप कार्यकर्ता और जनता केजरीवाल के साथ है। इस चुनाव में भाजपा को अपने असंवैधानिक कृत्यों का सबक जनता सिखाएगी।
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