नई दिल्ली: करीब दो साल तक सुप्रीम कोर्ट और देश के अन्य हाईकोर्ट में बिलकुल ठप पड़ी जजों की नियुक्तियों की रफ्तार इस साल काफी तेजी से बढ़ी है. जजों की नियुक्तियों की संख्या और रफ्तार दोनों के लिहाज से साल 2021 काफी फायदेमंद रहा है.
जस्टिस एनवी रमणा के सीजेआई बनने के बाद से जजों की नियुक्तियां काफी तेज रफ्तार से हुई हैं. सूत्रों के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिशों के आधार पर, इस साल देश के विभिन्न उच्च न्यायालयों में 110 से अधिक नए न्यायाधीशों की नियुक्ति हुई है.
जबकि लगभग दो दर्जन से ज्यादा नाम कॉलेजियम से पास होकर सरकार तक तो पहुंच गए हैं लेकिन अभी उनपर विचार किया जाना बाकी है. 2016 में देश के उच्च न्यायालयों में 126 न्यायाधीशों की नियुक्तियां की गई थीं. इस साल के अंत तक यह आंकड़ा पार होने की पूरी संभावना है.
देशभर में अभी 25 उच्च न्यायालयों में न्यायाधीशों की कुल स्वीकृत संख्या 1098 है. नवंबर के पहले हफ्ते में जारी आंकड़ों के अनुसार, अभी इन सभी न्यायालयों में कार्यरत कुल न्यायाधीशों की संख्या 692 है. यानी अभी भी कुल स्वीकृत संख्या में से 406 न्यायाधीशों की कमी है.
सूत्रों के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पिछले अगस्त और सितंबर के बीच 100 से ज्यादा नामों पर विचार किया था. इस विचार विमर्श के क्रम में कोलेजियम ने 12 उच्च न्यायालयों में न्यायाधीशों के तौर पर नियुक्ति के लिए निचली न्यायपालिका के न्यायिक अधिकारियों और सीनियर एडवोकेट्स में से 68 नाम केंद्र सरकार को भेजे थे.
इनमें से अधिकतर की नियुक्ति हो चुकी है. बाकी बचे अन्य नामों पर विधि और न्याय मंत्रालय ने उनकी आवश्यक रिपोर्ट और अन्य जानकारियां मांगी हैं. जैसे ही सभी रिपोर्ट आ जाएंगी उसी क्रम में कॉलेजियम की ओर से आए नामों को नियुक्ति के लिए स्वीकृति मिल जाएगी.