दौसा। दौसा लालसोट क्षेत्र के उदपुरिया गांव में यूरिया खाद का पानी पीने से 20 बकरियों की मौत हो गई। पशु चिकित्सक ने भी मौके पर पहुंच कर बकरियों का उपचार करके बचाने का प्रयास किया, लेकिन बकरियों को बचाया नहीं जा सका। जानकारी के अनुसार कृषि कार्य एवं बकरी पालन करके अपना जीवन यापन करने वाला सोराम मीना दिन में बकरियों को जंगल में चराकर शाम को घर लेकर आया। इस दौरान घर पर यूरिया खाद पानी में मिलाकर खीरे की खेती में देने के लिए रखा हुआ था। बिजली आपूर्ति नहीं होने से सोराम उस पानी को घर पर रखकर के किसी निजी काम से बाहर चला गया था।
इस दौरान किसान की पत्नी नाथी देवी जिन्हे को आंखों से कम दिखाई देता है, उसने सोचा कि यह छाछ का पानी रखा हुआ है तो उसने बकरियों को पिला दिया। थोड़ी ही देर बाद अचानक से बकरियां धरती पर गिरकर जोर-जोर से चिल्लाने लगी। मौके पर पशु चिकित्सक डॉ. रमेश मीना को बुलाया गया। उन्होंने बकरियों का उपचार करके बचाने का काफी प्रयास किया, लेकिन तब तक जहर पूरी तरह से उनके शरीर में फैल चुका था। देखते ही देखते तड़प तड़प कर एक-एक करके 20 बकरियां ने दम तोड़ दिया। किसान के अनुसार प्रत्येक बकरी की कीमत करीब 20 हजार बताई जा रही है। वहीं पिछले वर्ष भी इस गरीब परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया था। इसके 10 बीघा गेहूं के खेत में बिजली के शॉर्ट सर्किट होने से गेहूं की खेती जलकर राख हो गई थी। खाने के लिए भी गेहूं खरीद कर लाने पड़े थे। वे चद्दर और छप्पर पोश में रहकर अपना जीवन यापन करता है। मौके पर पहुंचे समाज सेवी सुखराम मीना ने परिवार को ढांढस बंधाया और पशुपालन विभाग से सरकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने का भरोसा दिया। रतनपुरा सरपंच गिर्राज मीना , पुखराज, धनराज, रामकरण गोठवाल, कजोड, कुन्दन गोठवाल समेत कई जने मौके पर मौजूद रहे।