वनों में लगी आग अब विकराल रूप लेने लगी, 2 मजदूरों की मौत

दो अन्य श्रमिक बुरी तरह झुलस गए हैं, उन्हें तुरंत उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

Update: 2024-05-03 07:06 GMT
अल्मोड़ा: उत्तराखंड में वनों में लगी आग अब विकराल रूप लेने लगी है। जंगलों की आग वन्य जीवों के साथ ही अब इंसानों की जान पर भी भारी पड़ने लगी है। अल्मोड़ा जिले की सोमेश्वर विधानसभा सीट के स्यूनराकोट में गुरुवार देर शाम लगी जंगल की आग में लीसा बीन रहे 4 मजदूर इसकी चपेट में आ गए, जिसमें 2 की जलकर मौत हो गई। दो अन्य श्रमिक बुरी तरह झुलस गए हैं, उन्हें तुरंत उपचार के लिए हल्द्वानी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लीसा श्रमिकों के वनाग्नि की चपेट में आने से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है।
लीसा ठेकेदार रमेश भाकुनी ने कहा कि जंगल की आग में 4 लीसा श्रमिक बुरी तरह झुलस गए, जिसमें एक की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि तीन घायल श्रमिकों के लिए चार घंटे बाद भी एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची। घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से निजी वाहन से अल्मोड़ा के बेस अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया।
बेस अस्पताल के सीएमएस डॉ अशोक ने बताया कि अस्पताल में आग से झुलसे हुए तीन लोगों को लाया गया। ये लोग करीब 90 प्रतिशत से अधिक जल चुके थे। अस्पताल में बर्न वार्ड नहीं है। इलाज के दौरान एक लीसा श्रमिक ज्ञानेश ने दम तोड़ दिया। दो मजदूर तारा और पूजा को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर हल्द्वानी रेफर कर दिया गया। अब हल्द्वानी के हायर सेंटर में तारा और पूजा का इलाज चल रहा है। इस हादसे में दीपक बहादुर नाम के श्रमिक की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि ज्ञानेश नाम के श्रमिक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
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