पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद इनके शव परिवार के हवाले कर दिए गए हैं। वहीं हादसे में घायल हुए जवान प्रवीण, अरुण कुमार और केएस गुप्ता को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। पुलिस मामला दर्ज कर छानबीन कर रही है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से मामले की जांच की जा रही है। पुलिस के मुताबिक यशवीर मलिक और मनोज पासवान बीएसएफ में तैनात थे। यशवीर एएसआई के पद पर तैनात थे जबकि मनोज हवलदार था। इनकी तैनाती दिल्ली, रोहिणी स्थित सेक्टर-26 में मौजूद बीएसएफ की 165 बटालियन में थी। दोनों जवानों का शाहदरा स्थित मानव व्यवहार एवं संबद्ध विज्ञान संस्थान (इहबास) में इलाज चल रहा था।
सोमवार सुबह चालक जवान प्रवीण एंबुलेंस में दोनों को लेकर बाकी जवानों के साथ शाहदरा के लिए निकला था। इस बीच जैसे ही एंबुलेंस शास्त्री पार्क मेट्रो डिपो के सामने पहुंची, अचानक सड़क पार कर रहा एक शख्स उसके सामने आ गया और एंबुलेंस अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। राहगीर मदद के लिए वहां पहुंचे। इस बीच सूचना मिलने के बाद पीसीआर और कैट्स एंबुलेंस की मदद से घायलों को जीटीबी अस्पताल भेज दिया गया, जहां यशवीर मलिक और मनोज पासवान को मृत घोषित कर दिया गया। घायलों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।
पुलिस के मुताबिक मूलरूप से मस्तानखेड़ा, शामली, यूपी निवासी यशवीर मलिक का परिवार मेरठ शहर में रह रहा था। इनके परिवार में पत्नी व दो बेटे हैं। वहीं मनोज पासवान बिहार के हाजीपुर के रहने वाले थे। इनके परिवार में भी पत्नी व दो बच्चे हैं। पुलिस ने सोमवार शाम को ही पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। दोनों ही परिवार शवों को अपने-अपने पैतृक गांव लेकर चले गए। शास्त्री पार्क थाना पुलिस हादसे के सही कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। अभी तक की जांच में पता चला है कि रफ्तार अधिक होने के कारण एंबुलेंस अनियंत्रित होकर पलट गई। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों से मामले की जांच कर रही है।