बिहार के आठ जिलों में आंधी और वज्रपात से 17 लोगों की मौत हो गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मौतों पर शोक संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने मृतक के आश्रितों को तत्काल चार चार लाख रुपए का मुआवजा देने की भी घोषणा की है. बता दें कि बिहार मानसून की दस्तक के बीच 3-4 दिनों में पूरे प्रदेश में बारिश का अनुमान लगाया गया था. मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ने बिहार में दस्तक दे दी है.
जानकारी के अनुसार, 15 जून से प्रदेश के सभी जिलों में बारिश की बात कही गई थी. मॉनसून ने पूर्णिया के रास्ते 13 जून को बिहार में दस्तक दे दी थी. सीमांचल के कई जिले जिसमें अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार और सुपौल में मानसून का असर देखने को मिल रहा है. शनिवार की देर रात और रविवार को हुई आंधी और वज्रपात से भागलपुर में 6, वैशाली में 3, खगड़िया में 2, बांका में 2, कटिहार में 1, सहरसा में 1, मधेपुरा में 1 और मुंगेर में 1 व्यक्ति की मौत हो गई. आंधी और बारिश के बीच मौसम ठंडा हो गया है, बादल भी छाए हुए हैं.
विभाग के अनुसार, दक्षिण पश्चिम मानसून का आगमन 13 जून को बिहार में हो गया था. मानसून का प्रभाव बिहार के किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और सुपौल जिला तक में देखा जा रहा है. इस साल भी मानसून ने अपने सामान्य आगमन तारीख यानी 13 जून को बिहार में दस्तक दी थी. विभाग की ओर से कहा गया था कि बिहार में बिजली और आंधी के साथ बारिश की संभावना है. इसी को लेकर शनिवार से लेकर रविवार तक आंधी और बारिश के बीच कई जिलों में हालात खराब हो गए. वज्रपात से कई लोगों की मौत हो गई.