15 लोगों की हुई पहचान, 9 आरोपी को पुलिस ने दबोचा, गैंगरेप कर रहे थे आरोपी, उकसा रही थीं महिलाएं
जानिए पूरा मामला।
नई दिल्ली: दिल्ली में महिला से गैंगरेप के बाद जूते की माला पहनाकर घूमाने के मामले में सात महिलाओं समेत नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. शहादरा पुलिस ने महिला के साथ बदसलूकी के आरोप में 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि 2 नाबालिगों को पकड़ा है. इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 15 लोगों की पहचान की गई है.
पुलिस का कहना है कि पांच टीमें लगातार छापेमारी कर रही है ताकि जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सके. गौरतलब है कि पूर्वी दिल्ली के कस्तूरबा नगर में एक महिला का कथित तौर पर अपहरण किया गया और उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया. इसके बाद महिला के चेहरे पर कालिख पोतकर उसे जूते की माला पहनाई गई.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, 20 वर्षीय पीड़ित महिला की काउंसलिंग की जा रही है. वह आनंद विहार में अपने पति के घर पर रहती थी, कस्तूरबा नगर में उसकी मां के घर के पास रहने वाले आरोपी ने उसका अपहरण कर लिया था. प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि आरोपी के परिवार का लड़का और पीड़िता दोस्त थे.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, 'आरोपी परिवार के लड़के ने पिछले साल नवंबर में आत्महत्या कर ली थी और उसका परिवार अब पीड़िता को दोषी ठहरा रहा है, महिला से बदला लेने के लिए उन्होंने कथित तौर पर उसका अपहरण कर लिया, वे उसे सबक सिखाना चाहते थे.'
अधिकारियों ने खुलासा किया कि पुलिस हिरासत में बंद आरोपियों ने पूछताछ के दौरान कहा कि उन्होंने पीड़िता को बदनाम करने के लिए यौन उत्पीड़न किया और उसके बाद सार्वजनिक अपमान को अंजाम दिया. पुलिस ने कहा कि मामले में अपहरण और सामूहिक बलात्कार सहित भारतीय दंड संहिता की बारह धाराएं जोड़ी गई हैं और पीड़िता के परिवार ने पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर और डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने घटना की निंदा की और कड़ी कार्रवाई की मांग की. केजरीवाल ने कहा था, 'अपराधियों में इतना साहस कैसे आया? मैं केंद्रीय गृह मंत्री और उपराज्यपाल से पुलिस को सख्त कार्रवाई करने और कानून व्यवस्था की स्थिति पर ध्यान देने का निर्देश देने का अनुरोध करता हूं. दिल्लीवाले इस तरह के जघन्य अपराध को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे.'
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, 'उसे उसके घर से अपहरण कर लिया गया था और शराब-नशीली दवाओं के अवैध व्यापार में शामिल लोगों द्वारा सामूहिक बलात्कार किया गया था. पीड़िता ने आरोप लगाया कि जब उसका यौन उत्पीड़न किया जा रहा था, तब महिलाएं मौजूद थीं और पुरुषों को उकसा रही थीं.'