दिवालिया की श्रेणी में 15 बिल्डर के प्रोजेक्ट, प्राधिकरण ने ऑनलाइन की सभी प्रोजेक्ट की सूची
नोएडा (आईएएनएस)| नोएडा में ग्रुप हाउसिंग बनाने वाले 15 बिल्डर के प्रोजेक्ट वर्तमान में नेशनल कंपनी ऑफ लॉ की देखरेख में हैं। इन प्रोजेक्ट की दिवालिया प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। इसके साथ ही ग्रुप हाउसिंग के सात प्रोजेक्ट ऐसे भी हैं, जिन्होंने बायर्स से पूरे पैसे तो वसूल लिए हैं लेकिन उनका निर्माण कार्य अब तक अधूरा है। हाल ही में शहर के 115 बिल्डर प्रोजेक्ट की ऑनलाइन की गई सूची में इस बात का खुलासा हुआ है। इस बात को लेकर अब बिल्डरों में हड़कंप मचा हुआ है। प्राधिकरण ने हाल में ही अपनी वेबसाइट पर नोएडा के 115 बिल्डर के प्रोजेक्ट की सूची को ऑनलाइन किया है और उसमें उनकी यथास्थिति भी बताई गई है। शहर के किस बिल्डर प्रोजेक्ट को फिलहाल डिफाल्टर की श्रेणी में रखा गया है, किस बिल्डर को अभी तक ओसी सीसी सर्टिफिकेट और कंपलीशन सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया है। किसकी रजिस्ट्री पर रोक लगी है और कितने मामले एनसीएलटी में चल रहे हैं। इसके साथ ही ऐसे बिल्डरों के प्रोजेक्ट की सूची भी जारी की गई है, जहां ओसीसीसी रजिस्ट्री खुल गई है।
प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि यह व्यवस्था आम जनता के हित को ध्यान में रखकर की गई है। आए दिन बिल्डर और बायर के बीच हो रहे विवाद को देखते हुए प्राधिकरण ने बिल्डर की सूची को अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर साझा कर दिया है। अब एक क्लिक के माध्यम से यह जानकारी हासिल की जा सकती है कि किस प्रोजेक्ट में अपने सपनों के आशियाने को खरीदना सही रहेगा या नहीं।
जिन बिल्डरों की सूची जारी की गई है उनके नाम इस प्रकार हैं। मेसर्स सुपरटेक लिमिटेड विद इंक्लूड ओआरबी, मेसर्स अजनारा इंडिया लिमिटेड, मैसर्स रेड फोर्ट जहांगीर प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स ग्रेनाइट गेट प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड, आईवीआरसीएल इंफ्रास्ट्रक्च र एंड प्रोजेक्ट लिमिटेड, मेसर्स शुभकामना बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स लॉजिक सिटी डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स 3जी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स टुडे होम्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स सुपरटेक लिमिटेड, मेसर्स जीएसएस प्रोकॉन प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स अपूलेंट इंफ्रा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, मैसेज होसिंडा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स लोजिक्स इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स डोसाइल बिल्डटेट प्राइवेट लिमिटेड हैं।