120 स्टाफ नर्स पर गिरी गाज, गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज ने दिखाया बाहर का रास्ता

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Update: 2021-03-14 13:35 GMT

नूंह जिले के शहीद हसन खां गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स के पद पर तैनात 120 कर्मचारियों को मेडिकल कॉलेज ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है, जिसको लेकर सभी कर्मचारी रविवार से हड़ताल पर बैठ गए हैं. शहीद हसन खा मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्सिंग पार्ट- वन के तहत 6 साल पहले 120 कर्मचारियों को रखा गया था, जिसके बाद समय-समय पर हरियाणा सरकार द्वारा स्टाफ नर्स कर्मचारियों की भर्ती होती रही है.

वर्तमान में मेडिकल कॉलेज में कुल स्टाफ नर्स की संख्या 687 है, जिनमें समय-समय पर रेगुलर भर्ती होती रही है. अब बाकी की नई भर्ती के लिए सरकार द्वारा 192 स्टाफ नर्स की वैकेंसी निकाली गई है जो भर्ती रेगुलर है. मेडिकल कॉलेज में तैनात स्टाफ नर्स कर्मचारी मनोज कुमार ने बताया कि 6 वर्ष पहले मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स के पद पर तैनात हुए थे. आज तक मेडिकल कॉलेज की तरफ से कोई भी जॉइनिंग लेटर नहीं दिया गया है. आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत यहां पर स्टाफ नर्स की भर्ती की गई थी. अब मेडिकल कॉलेज प्रशासन की तरफ से 4 मार्च को सभी कर्मचारियों को नोटिस थमा दिया गया कि 192 पदों के लिए नए सिरे से रेगुलर भर्ती की जा रही है, जिसका हम पुरजोर विरोध कर रहे हैं उस भर्ती की जगह 120 कर्मचारियों को ही रखा जाए.

स्टाफ नर्स कर्मचारियों का कहना है कि जो नोटिस स्टाफ नर्स कर्मचारियों को निकालने के लिए लगाया गया है, उसे वापस लिया जाए और सभी कर्मचारियों को पूर्ण रूप से नौकरी पर रखा जाए. इसके अलावा पिछले 2 महीने का वेतन जो नहीं मिला है वह भी दिया जाए. मेडिकल कॉलेज आउटसोर्सिंग सोर्स पर लगे कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी के द्वारा उन्हें एक्सपीरियंस लेटर दिया जाए, जिससे कि भविष्य में उन्हें दूसरी जगह काम करने का मौका मिल सके. वहीं महिला कर्मचारियों रीना और ज्योति का कहना है कि पिछले 6 साल से मेडिकल कॉलेज में वह कार्यरत हैं. कोरोना कॉल जैसी महामारी के समय भी उन्होंने अपनी सेवाएं मेडिकल कॉलेज को दी हैं.

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