सीकर। सीकर के राणीसती रोड स्थित सरकारी राजेंद्र आयुर्वेद हॉस्पिटल में लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां तीन दिन पहले पंचकर्म के दौरान स्टाफ ने ट्रीटमेंट करते समय 12 साल के बच्चे के टांग की हड्डी तोड़ दी। आज परिजनों ने अस्पताल जाकर विरोध जताया। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। मरीज प्रणव के दादा सुरेश ने बताया कि शुक्रवार को ट्रीटमेंट करने वाले ने बच्चे की टांग के नीचे बेलन रखा और फिर जोर से दबाया तो उसकी हड्डी टूट गई। इलाज के दौरान यह सब हुआ। घर जाने के बाद प्रणव की टांग में दर्द को लेकर रोता रहा। धीरे-धीरे उसके पैर में सूजन भी आने लगी। जब प्रणव को प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया तो वहां डॉक्टर ने बताया कि टांग की हड्डी के दो टुकड़े हो गए हैं। वहां डॉक्टर्स ने प्लास्टर कर दिया। अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधिकारी (PMO) डॉक्टर प्रेमलता पांडे ने बताया कि 8-10 दिन पहले पेशेंट प्रणव सोनी को फिजियोथैरेपिस्ट मुकेश लेकर आए थे। प्रणव की मांसपेशियां कमजोर थीं। उसके शरीर में मूवमेंट भी काम था। मुकेश ने प्रणव का पंचकर्म करवाने के लिए कहा। यहां इसका ट्रीटमेंट शुरू किया गया धीरे-धीरे उसमें सुधार भी हुआ। जिससे परिवार भी संतुष्ट था। ट्रीटमेंट के दौरान क्या हुआ। इसकी जांच की जा रही है। बच्चे की मांसपेशियां कमजोर हैं ऐसे में हो सकता है की हड्डियां भी कमजोर होंगी जिससे बोन क्रैक हुई हो। लापरवाही की बात पर पांडे ने कहा कि यहां सभी विशेषज्ञ काम कर रहे हैं ऐसे में लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं है।