दिल्ली। दिल्ली के बुराड़ी इलाके में रहने वाले 11वीं कक्षा के छात्र का अपहरण करने के बाद हत्या कर दी गई है. अपहरणकर्ताओं की साजिश छात्र के पिता से ₹10 लाख की फिरौती मांगने की थी लेकिन जैसे ही उन्हें पता चला कि मामला पुलिस के पास चला गया है तो आरोपियों ने फिरौती नहीं मांगी. पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें से एक आरोपी पीड़ित छात्र का दोस्त था. पुलिस का दावा है कि आरोपी ने छात्र से दोस्ती भी सिर्फ इसी लालच में की थी कि छात्र ठीक-ठाक परिवार से है और अगर उसे अगवा किया जाता है तो उसे छोड़ने की एवज में उसके परिवार वाले अच्छी रकम दे सकते हैं. ये पूरी साजिश बॉलीवुड मूवी अपहरण देख कर रची गई थी.
डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि 11वीं का छात्र रोहन परिवार के साथ चंदन विहार में रहता था. वो 23 जनवरी की शाम को अपने दोस्त गोपाल के साथ जन्मदिन पार्टी में गया था लेकिन रात को घर नहीं लौटा. रोहन के पिता मनोज ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने छानबीन शुरू की. पूछताछ में गोपाल ने पुलिस को बताया कि रात को ही रोहन घर चला गया था. अब पुलिस ने कॉल डिटेल्स और फोन की लोकेशन खंगलना शुरू किया. रोहन की लोकेशन यूपी के मुरादाबाद की आयी. पुलिस जांच में ये भी सामने आया कि 23 जनवरी की रात पार्टी में गोपाल के अलावा सुशील और रिंकू भी मौजूद थे. रोहन के फोन की लोकेशन मुरादाबाद व आसपास के शहरों की आ रही थी. पुलिस ने रिंकू और सुशील की फोन की लोकेशन भी चेक की तो पाया कि रोहन की लोकेशन इनकी लोकेशन से मैच कर रही है. जांच में ये भी सामने आया कि रिंकू और सुशील लगातार गोपाल से सम्पर्क में हैं. पुलिस ने गोपाल से सख्ती से पूछताछ की तो उसने फिरौती के लिए अपहरण कर हत्या की बात कबूल कर ली. पुलिस ने उसकी निशानदेही पर घर से रोहन का शव 25 जनवरी की रात को बरामद कर लिया. फिर पुलिस ने सुशील को भी गिरफ्तार कर लिया.
शोरूम में हुई थी दोस्ती
पुलिस का कहना है कि पूछताछ में गोपाल ने बताया कि वह कपड़े के शोरूम में नौकरी करता था. रोहन अपने पिता के साथ शोरूम से महंगे कपड़े खरीदने के लिए आता था. उसने रोहन से दोस्ती की और अपने अन्य मित्रों के साथ फिरौती की योजना बनाई. इसी के तहत 16 जनवरी को हरित विहार में कमरा किराये पर लिया गया. अपहरण फिल्म देखकर उन्होंने पूरी योजना तैयार की. पुलिस का दावा है कि हत्या करने से पहले आरोपियों ने रोहन के कई वीडियो बनाये, जिन्हें भेजकर ये आरोपी फिरौती वसूल करना चाहते थे. 23 जनवरी की रात ही रोहन की हत्या कर दी गई थी. उसके बाद वे अपने घर चले गये लेकिन अगले दिन पुलिस गोपाल से पूछताछ करने के शोरूम पहुंच गई तो वह घबरा गया. वारदात में शामिल अन्य युवक पुलिस को बरगलाने के लिए रोहन का फोन लेकर यूपी के अलग-अलग शहरों में घुमने लगे थे. पुलिस रिंकू की तलाश कर रही है.