यूक्रेन से रांची पहुंचे 10 छात्र, कहा- वहां का मंजर है खौफनाक

रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध में भारतीय छात्रों को भारत लाने का काम भारत सरकार लगातार कर रही है

Update: 2022-03-04 17:03 GMT

रांची: रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध में भारतीय छात्रों को भारत लाने का काम भारत सरकार लगातार कर रही है. इसी को लेकर शुक्रवार को रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर छात्रों का एक जत्था वतन लौटा है. जिसमें कुल 10 छात्र शामिल हैं. अपने वतन वापस लौटने के बाद छात्रों ने भारत सरकार को धन्यवाद अदा किया. वतन लौटे छात्रों का स्वागत करने श्रम विभाग के कर्मचारी एवं रांची के सांसद संजय सेठ खुद मौजूद रहे. वापस लौटने वालों में दानिश अजहर, अब्दुल अजहर, जफर अंसारी, आनंद शर्मा, गुरेन्द्र कुमार, वैभव मुनद्रा, दिव्या सिंह, आदित्य कुमार शामिल हैं.

रांची पहुंचने पर छात्रों ने कहा कि यूक्रेन के अंदर की स्थिति काफी भयावह है. छात्रों ने कहा कि यूक्रेन बॉर्डर के अंदर भारत सरकार भी मदद करने में असमर्थ है, लेकिन यूक्रेन बॉर्डर पार करने के बाद भारत के एंबेसी के कर्मचारी उन्हें रिसीव कर रहे हैं और उसके बाद सभी को मदद करते हुए भारत भेजा जा रहा है. छात्रों ने कहा कि जिस तरह की स्थिति है ऐसे में यदि भारत सरकार उनकी मदद नहीं करती तो शायद वह आज अपने वतन वापस नहीं लौट पाते. अपने बच्चों को एयरपोर्ट पर रिसीव करने पहुंचे परिजनों ने कहा कि आज अपने बच्चों को सुरक्षित वापस देखने के बाद ऑपरेशन गंगा और भारत सरकार को धन्यवाद अदा करते दिखे.
वहीं, एयरपोर्ट पर मौजूद सांसद संजय सेठ ने कहा कि भारत सरकार और देश के प्रधानमंत्री एक एक बच्चे को वापस लाने के लिए कटिबद्ध हैं और किसी भी बच्चे को यूक्रेन युद्ध में थोड़ी भी क्षति नहीं होगी. यह हमारे देश के प्रधानमंत्री का संकल्प है. मालूम हो कि अब तक कुल 75 छात्रों की वतन वापसी हो चुकी है, जो यूक्रेन में फंसे थे.


Tags:    

Similar News

-->