मध्यप्रदेश। मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से हाल बेहाल हैं। CM शिवराज सिंह चौहान ने आपदा प्रभावित जिलों के कलेक्टरों को राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। इंदौर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी और बुरहानपुर जिलों में भारी बारिश से त्राहिमाम की स्थिति है। बाढ़ प्रभावित जिलों में अब तक 8718 नागरिकों और 2637 पशुधन बचाकर कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। NDRF और SDRF की टीमें लगातार राहत अभियान चला रही हैं। सूबे में बाढ़ और वर्षा जनित हादसों में दो दिनों में 10 लोगों की मौत हुई है।
उज्जैन जिले में हालत खराब हैं। उज्जैन में क्षिप्रा, नागदा में चम्बल, देवास की नर्मदा, शाजापुर की कालीसिंध समेत सभी छोटी-बड़ी नदियां उफान पर हैं। प्रदेश में पानी से लबालब हो चुके जलाशयों से बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है। जबलपुर के बरगी, ओंकारेश्वर, इंदिरा सागर, यशवंत सागर बांध के गेट खोले गए हैं। उज्जैन के निचले इलाकों में सड़कों पर सैलाब है। लोगों को नावों की मदद से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। उज्जैन बड़नगर को जोड़ने वाले पुल पर पानी का बहाव 5 फुट से ऊपर है। इससे बड़नगर का उज्जैन से संपर्क टूट चूका है। उज्जैन के सेमलिया गांव पानी से घिर गया है। गांव में गर्भवती महिला के साथ फंसे लोगों को निकलने के लिए हेलीकाप्टर की मदद लिए जाने की योजना है। उज्जैन कलेक्टर ने स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। पिछले 24 घंटे में उज्जैन जिले में औसत 3.12 इंच पानी गिर चुका है।
मौसम विभाग ने सूबे के 21 जिलों में भारी बारिश का अनुमान जताया है। इंदौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर और धार में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। मंदसौर में शिवना नदी ने भगवान पशुपतिनाथ का अभिषेक किया है। नदी का पानी मंदिर के गर्भगृह में पहुंच गया है।
शाजापुर जिले में कालीसिंध, चीलर, पार्वती और लखुंदर नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। रतलाम जिले में भी माही, मलेनी, कुड़ेल, चंबल और शिप्रा नदियां उफान पर हैं। जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। दिल्ली-मुंबई का अप लाइन ट्रैक प्रभावित हुआ है। दिल्ली से रतलाम होकर आगे जाने वाली 28 ट्रेनों के रास्ते बदले गए हैं जबकि 4 को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है। सात ट्रेनें निरस्त करनी पड़ी हैं।
बड़वानी जिले में नर्मदा किनारे के गांवों में पानी घुस गया है। इन गांवों को खाली कराया जा रहा है। जिले में बाढ़ जैसे हालात हैं। जिले में नर्मदा नदी खतरे के निशान से 18 मीटर ऊपर बह रही है। सरदार सरोवर बांध के 23 गेट खोल दिए गए हैं। जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। वहीं मंदसौर में इस सीजन में पहली बार शिवना नदी ने भगवान पशुपतिनाथ का जलाभिषेक किया है। नदी का पानी मंदिर के गर्भगृह में पहुंच गया है।