जालौन। जालौन में पुलिस ने फर्जी गिरोह का भंडाफोड़ किया है जिसने पिछले दिनों फर्जी कागजात रजिस्टार ऑफिस में पेश करके करोड़ों रुपए की जमीन की रजिस्ट्री करके फर्जीवाड़ा किया था। जब अपने साथ हुई ठगी की जानकारी खरीदार को हुई तो उसने पुलिस को शिकायती पत्र देकर मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने 10 अभियुक्तों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया तो वहीं मुख्य आरोपी की तलाश में पुलिस जुट गई। बता दें पुरा मामला जालौन की कालपी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम छौंक का है। जहां पिछले दिनों फर्जी दस्तावेजों के सहारे क्षेत्र के ग्राम छौंक निवासिनी विद्या देवी पत्नी रघुवीर सिंह की हाईवे स्थित जमीन गाटा संख्या 81 रकवा 2,800 हेक्टेयर भूमि की बिक्री लगभग एक करोड़ रुपए में बैनामा कर दी गई थी। जब जमीन का फर्जी बैनामा होने के साथ अपने साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी खरीदार कोमल सिंह को हुई तो उन्होंने मामले की शिकायत पत्र देते हुए मामला दर्ज कराया तो वहीं पुलिस ने 6 नामदर्ज 7 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करते ही जांच पड़ताल शुरू कर दी थी।
मामले का खुलासा
सोमवार को पूरे मामले का खुलासा करते हुए क्षेत्राधिकार कालपी डॉ देवेंद्र पचैरी ने बताया कि फर्जी बैनामा गिरोह ने जमीन बेचने से पहले आधार कार्ड सहित फर्जी दस्तावेज बनाकर रजिस्टार ऑफिस में पेश करके जमीन का बैनामा कर फर्जी अकाउंट में रुपए भी ट्रांसफर कर लिऐ थे। पकड़े गए अभियुक्त में नमन सिंह, निवासी आलमपुर वाईपास कालपी, महेन्द्र गौतम निवासी कदौरा फाटक कालपी, मनीष कुमार रामनगर उरई, जगमोहन निवासी आलमपुर गौशाला, जितेन्द्र कुमार सिंह निवासी मोहल्ला बम्होरी कदौरा, आशीष सिंह वैश्य निवासी छौंक, सचिन सिंह सदरबाजार कालपी, अनमोल मिश्र इटावा, प्रशान्त तिवारी केशमपुर औरैया, आशुतोष दुबे फफूंद औरेया को गिरफ्तार किया, जिनके कब्जे से फर्जी बैनामा काण्ड से हासिल हुए 17 लाख अस्सी हजार रुपये, एक सोने की चैन, फर्जी आधार कार्ड भी बरामद किए। सभी अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है, जिसमें मुख्य अभियुक्त अभी फरार है जिसकी पुलिस सरगामी के साथ तलाश कर रही है।