अमरिंदर सिंह ने पंजाब में बनाया नया जिला तो योगी ने निशाना साधा, बोले- संविधान के खिलाफ, कांग्रेस की विभाजनकारी नीति

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अमरिंदर सिंह सरकार पर निशाना साधते हुए

Update: 2021-05-15 17:46 GMT

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अमरिंदर सिंह सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पंजाब में मलेरकोटला नाम के नए जिले का निर्माण कांग्रेस की विभाजनकारी नीति है। आस्था और धर्म के आधार पर कोई भी भेद भारत के संविधान की भावना के विपरीत है। अमरिंदर सिंह की घोषणा के एक दिन बाद योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि मत और मजहब के आधार पर किसी प्रकार का विभेद भारत के संविधान की मूल भावना के विपरीत है। इस समय, मलेरकोटला (पंजाब) का गठन किया जाना कांग्रेस की विभाजनकारी नीति का परिचायक है। वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री ने योगी आदित्यनाथ को जवाब देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश पंजाब के मामलों से दूर रहे। पिछले चार वर्षों से राज्य में सांप्रदायिक कलह को बढ़ावा दे रहे है। विभाजनकारी और विनाशकारी भाजपा सरकार के तहत यूपी की तुलना में हम बहुत बेहतर स्थिति में हैं।

उन्होंने आगे योगी आदित्यनाथ से सवाल पूछते हुए कहा की वो पंजाब के लोकाचार या मलेरकोटला के इतिहास के बारे में क्या जानते हैं? कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक बयान में कहा भारतीय संविधान के बारे में वो क्या जानते हैं, जिसे यूपी में उनकी अपनी सरकार द्वारा हर दिन बेशर्मी से रौंदा जा रहा है?
दरअसल पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को चंडीगढ़ से लगभग 131 किलोमीटर दूर ऐतिहासिक शहर के विकास के लिए कई परियोजनाओं की घोषणा करते हुए मलेरकोटला को पंजाब का 23वां जिला घोषित किया था।
घोषणा के दौरान उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा था कि दुनिया भर में सिख समुदाय मलेरकोटला के पूर्व नवाब शेर मोहम्मद खान का सम्मान करते है, जिन्होंने मुगलों द्वारा दसवें सिख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह के दो बेटों की यातना के खिलाफ आवाज उठाई थी। आपको बता दें कि मलेरकोटला को संगरूर जिले से अलग कर बनाया गया है।
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मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्ववीट करके यह बताया था कि, यह बताते हुए खुशी हो रही है कि ईद-उल-फितर के शुभ अवसर पर, मेरी सरकार ने राज्य के सबसे नए जिले के रूप में मलेरकोटला की घोषणा की है। 23 वें जिले का ऐतिहासिक महत्व है। जिला प्रशासनिक परिसर के लिए एक उपयुक्त स्थल का तुरंत पता लगाने का आदेश दिया है।आपको यह भी बता दें कि 1956 में राज्यों के पुनर्गठन के दौरान, मलेरकोटला राज्य पंजाब का हिस्सा बन गया था।
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