केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को यमुना का जल स्तर 207.54 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान से दो मीटर से अधिक ऊपर है, जिसने 1978 में बनाए गए रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।1978 में जलस्तर 207.49 मीटर तक पहुंच गया था.
उत्तरी दिल्ली के चंडीगढ़ अखाड़े के पास रिंग रोड पर पानी का बहाव पहुंच गया है.
पानी को रिंग रोड तक पहुंचने से रोकने के लिए अधिकारी रेत से भरी बोरियों का इस्तेमाल कर रहे हैं. सुबह करीब 11 बजे जलस्तर 207.48 मीटर तक पहुंच गया था, जिसके बाद तेजी से बढ़ते हुए 207.55 मीटर पर पहुंच गया. कश्मीरी गेट के पास एक गौशाला पूरी तरह जलमग्न हो गई।
सीडब्ल्यूसी के मुताबिक यमुना का खतरे का निशान 205.33 मीटर है. इस बीच दिल्ली पुलिस के अधिकारी भी बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं. मंडली इलाके में फंसे लोगों को निकालने के लिए उन्होंने नाव का सहारा लिया.
आईपीएस छाया शर्मा ने ट्वीट किया, "यमुना हदर में बचाव अभियान, लोगों को वहां से हटने के लिए मनाया जा रहा है, लेकिन उनके लिए जीवन और स्वतंत्रता के खतरे के बावजूद भी दुधारू संपत्ति को प्राथमिकता दी गई है। दिल्ली पुलिस, जिला प्रशासन के साथ थाना मंडावली में है।"
दिल्ली पुलिस ने बाढ़ संभावित इलाकों में एहतियात के तौर पर सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है।