पश्चिम बंगाल: ममता को कुलाधिपति बनाने के राज्य मंत्रिमंडल के हालिया फैसले से हम चकित और स्तब्ध

Update: 2022-06-13 08:26 GMT

पश्चिम बंगाल के 40 प्रबुद्ध शख्सियतों ने कहा है कि राज्य संचालित विश्वविद्यालयों में कुलाधिपति पद पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नियुक्ति इन संस्थानों की स्वायत्तता और आजादी के लिए झटका और लोकतंत्र की भावना के खिलाफ होगा।

एक बयान में इन शख्सियतों ने कहा, ममता को कुलाधिपति बनाने के राज्य मंत्रिमंडल के हालिया फैसले से हम चकित और स्तब्ध हैं। यह फैसला इस पद पर किसी प्रसिद्ध शिक्षाविद को बिठाने की लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग के उलट है।

साथ ही कहा शिक्षा संस्थानों में स्वायत्तता और स्वतंत्रता की अनिवार्यता का महत्व हम सभी जानते हैं और कैबिनेट का यह फैसला इनपर चोट करेगा। तृणमूल सरकार मानसून सत्र में ममता को कुलाधिपति बनाने का विधेयक विधानसभा में ला सकती है।

बयान पर हस्ताक्षर करने वालों में अभिनेता कौशिक सेन, निर्देशक अनिक दत्त और राजा सेन, पेंटर समीर ऐच, नाटककार बिभास चक्रवर्ती, सामाजिक कार्यकर्ता मिरातन नाहर और मानवाधिकार कार्यकर्ता सुजातो भद्रा शामिल हैं। कहा गया कि यदि किसी शिक्षाविद को इस पद पर नियुक्ति किया जाता है तो इससे संस्थानों में बाहरी हस्तक्षेप रुकेगा।

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