कोलकाता। नवनियुक्त राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा ने गुरुवार को घोषणा की कि पश्चिम बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली के लिए चुनाव 8 जुलाई को एक ही चरण में होंगे। सिन्हा ने संवाददाताओं से कहा, दार्जिलिंग और कलिम्पोंग जिले में दो स्तरों के लिए और राज्य के शेष हिस्से में तीन स्तरों के लिए चुनाव होंगे। नामांकन की प्रक्रिया 9 जून से शुरू होगी और 15 जून तक चलेगी। आदर्श आचार संहिता गुरुवार से ही लागू होगी।
नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 20 जून होगी।
मतदान 8 जुलाई को सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक होगा और मतगणना संभवत: 11 जुलाई को होगी।
इसका मतलब यह है कि मतदान ऐसे समय में होगा जब पश्चिम बंगाल में मानसून पूरी तरह आ चुका होगा। हालांकि, राज्य चुनाव आयुक्त ने दावा किया कि मानसून से चुनाव सुचारू रूप से कराने में ज्यादा असुविधा नहीं होगी।
हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि उनका कार्यालय ग्रामीण निकाय चुनावों में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग करेगा या नहीं। उनके अनुसार, इस सिलसिले में कोई टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी।
सिन्हा ने कहा, राज्य सरकार के साथ चर्चा के बाद इस पर फैसला किया जाएगा। मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि सभी को राज्य सरकार पर विश्वास होना चाहिए जो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में सक्षम है।
उन्होंने इस प्रश्न का भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया कि क्या ऑनलाइन नामांकन की अनुमति दी जाएगी। कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद 2018 में पिछले ग्रामीण निकाय चुनाव में इसका प्रावधान किया गया था। उन्होंने कहा, इस मसले पर सवाल प्रासंगिक है लेकिन बहुत समयपूर्व है।
राज्य के 22 जिलों की 3,317 ग्राम पंचायतों की 58,694 सीटों के लिए मतदान होगा।