पश्चिम बंगाल : राज्यपाल धनखड़ से मिलीं ममता, भाजपा के निलंबित विधायकों को भाग लेने का न्योता नहीं
बंगाल विधानसभा (विस) का मानसून सत्र शुक्रवार से शुरू। इसमें राज्यपाल को प्रदेश के समस्त सरकारी विश्वविद्यालयों (विवि) के कुलाधिपति व निजी विवि के विजिटर पद से हटाकर उनकी जगह क्रमश: मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री को लाने समस्त कई विधेयक पेश किए जाएंगे। सात दिनों का सत्र होने पर भी पांच दिन ही विस की कार्यवाही चलेगी इसलिए ममता सरकार को पांच दिनों में ही ये सारे बिल पास कराने होंगे। सत्र के प्रथम दिन दिवंगत विशिष्टजनों को श्रद्धांजलि व शोक प्रस्ताव पारित होने के साथ सदन की कार्यवाही स्थगित हो जाएगी। दिवंगत मशहूर गायक कृष्णकुमार कुन्नथ उर्फ केके को भी विधानसभा में श्रद्धांजलि दी जाएगी, जिनका पिछले दिनों प्रोग्राम के दौरान कोलकाता में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।
दूसरी तरफ विस स्पीकर बिमान बनर्जी ने 17 जून तक चलने वाले मानसून सत्र में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी, विधानसभा भाजपा के चीफ व्हिप मनोज तिग्गा समेत भाजपा के निलंबित सात विधायकों को आमंत्रित नहीं करने का निर्देश दिया है। इस बाबत विधानसभा सचिवालय की तरफ से उन जिलों के डीएम को पत्र लिखा गया है, जिनके तहत उन विधायकों के विस क्षेत्र आते हैं। इन विधायकों में सुवेंदु व मनोज के अलावा सुदीप मुखोपाध्याय, मिहिर गोस्वामी, शंकर घोष, दीपक बर्मन व नरहरि महतो शामिल हैं। सुवेंदु विस में विपक्ष के नेता भी हैं जबकि मनोज टिग्गा पार्टी के चीफ व्हिप हैं। इन सभी को गत 28 मार्च को विस में अशांति फैलाने व मारपीट के आरोप में निलंबित किया गया है। भाजपा विधायकों ने 13 जून से सत्र का बहिष्कार कर माक विधानसभा सत्र आयोजित करने की तैयारी में है। इन लोगों का कहना है कि जब तक साथी विधायकों का निलंबन वापस नहीं होगा तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।