West Bengal: असंतुष्ट भाजपा विधायक बिष्णु प्रसाद शर्मा ने कहा कि राज्य में पार्टी का संगठन ‘कमज़ोर’
Kolkata कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक और नाराज विधायक बिष्णु प्रसाद शर्मा ने बुधवार को पार्टी नेतृत्व से अपनी 'नाखुशी' जाहिर की और दावा किया कि बंगाल भाजपा का संगठन 'कमजोर' है। मीडिया से बात करते हुए शर्मा ने कहा कि उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष और यहां तक कि विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी Suvendu Adhikari के सामने भी इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की थी। शर्मा ने कहा, 'हम हर महीने कम से कम 15 वर्चुअल मीटिंग करते हैं, लेकिन विधायकों को मुंह खोलने की इजाजत नहीं है। अगर विधायकों को बोलने की इजाजत नहीं होगी, तो वे आम लोगों की मांगों को कैसे सुनेंगे।'
गौरतलब Notably है कि शर्मा हाल ही में संपन्न आम चुनावों से पहले पार्टी नेताओं से नाराज थे और भाजपा के विधायक होने के बावजूद शर्मा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। दार्जिलिंग के सांसद राजू बिस्टा को टिकट दिए जाने के बाद शर्मा ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था, क्योंकि वह चाहते थे कि भाजपा क्षेत्र के किसी 'भूमिपुत्र' को टिकट दे। शर्मा ने आगे कहा, "मैं व्यक्तिगत रूप से कोलाघाट (सुवेंदु अधिकारी का अस्थायी निवास) गया था और उनसे बात करने के लिए और बाकी लोगों से भी मैंने कमजोरियों के बारे में बात की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अगर पार्टी मुझे दंडित करना चाहती है, तो वे ऐसा करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन उन्हें मेरी सजा को लेकर दो राय नहीं होनी चाहिए, अन्यथा यह पार्टी के लिए अपमानजनक होगा।" भाजपा प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि शर्मा 'भावनात्मक' होकर बोल रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता कुणाल घोष ने उल्लेख किया कि भगवा खेमे के बीच 'अंदरूनी लड़ाई' भाजपा के 'पतन' का कारण बनेगी।