दरअसल, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पिछले एक साल में कई मामलों में सीबीआई जांच के आदेश दिया है. इनमें चुनाव के बाद की हिंसा और स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) द्वारा शिक्षकों की भर्ती में हुए घोटाले भी शामिल है. इसी को लेकर टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा, 'मैं यह बात कह कर बहुत शर्मिंदा महसूस कर रहा हूं कि न्यायतंत्र में एक या दो लोग ऐसे हैं जो (पश्चिम बंगाल के) हर मामले में सीबीआई जांच का आदेश दे रहे हैं. यह न्यायतंत्र का केवल एक फीसदी है.' उन्होंने आगे कहा कि अगर आपको लगता है कि सच बोलने के लिए आप मेरे खिलाफ कार्रवाई करेंगे, तो मैं हजार बार सच बोलूंगा.
राज्यपाल ने अभिषेक बनर्जी के खिलाफ कार्रवाई का दिया आदेश
राज्यपाल ने कहा कि सांसद का न्यायपालिका पर हमला निंदनीय है. राज्यपाल ने कहा कि एक जनसभा में बोलते हुए एसएससी घोटाले की सीबीआई जांच का आदेश देने वाले न्यायाधीश पर हमला करना सबसे निंदनीय है. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि वह अभिषेक बनर्जी द्वारा की गई टिप्पणियों को गंभीरता से ले रहे हैं. साथ ही उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव से तत्काल इस मामले में उचित कार्रवाई शुरू करने के लिए भी कहा है. गौरतलब है कि टीएमसी सरकार और राज्यपाल के बीच जुलाई 2019 में उनके पद संभालने के बाद से खींचतान जारी है.
टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट किया, "मैंने हमेशा सच बोलने में विश्वास किया है. कल, मैंने कहा था कि कोलकाता हाईकोर्ट में 1% कुछ लोग केंद्र के साथ मिलकर काम कर रहा है.लोग देख रहे हैं, वे जानते हैं कि वास्तव में ' रेड लाइन को पार' कौन कर रहा है.मैं अपना मामला यहीं समाप्त करता हूँ!" तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने धनखड़ पर बहुत पहले राज्यपाल पद की सीमा लांघने का आरोप लगाते हुए आरोप लगाया कि वह भाजपा के प्रतिनिधि के रूप में काम कर रहे हैं. कुणाल घोष ने कहा कि अभिषेक बनर्जी अदालतों और न्यायिक व्यवस्था में पूरा सम्मान और विश्वास रखते हैं