BSF के जवानों पर TMC विधायक का बड़ा आरोप...तलाशी के दौरान महिलाओं को गलत तरीके से छूते...
BSF के जवानों पर TMC विधायक का बड़ा आरोप
केंद्र सरकार की ओर से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का बढ़ाए गए अधिकार क्षेत्र (BSF Jurisdiction Controversy) को लेकर विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है. पंजाब और पश्चिम बंगाल में इसे लेकर विरोध का स्वर मुखर है. इस बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा में बहस के दौरान तृणमूल कांग्रेस के विधायक उदयन गुहा ने बीएसएफ के जवानों पर तलाशी के दौरान महिलाओं को गलत तरीके से छून का आरोप लगा दिया.
बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने के खिलाफ आज पश्चिम बंगाल विधानसभा में प्रस्ताव पेश किया गया. बहस के दौरान तृणमूल कांग्रेस के विधायक उदयन गुहा की ओर से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों पर सीमा पर आवाजाही के दौरान महिलाओं की तलाशी के दौरान गलत तरीके से छूने का आरोप लगाया गया जिसके बाद विधानसभा में हड़कंप मच गया.
दिनहाटा विधायक उदयन गुहा ने आगे कहा कि सुरक्षाबल के कर्मियों ने 'भारत माता की जय' का कितना भी जाप किया हो, लेकिन वे देशभक्त नहीं हैं. विधायक गुहा ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के अंदर बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को 50 किलोमीटर तक बढ़ाने के केंद्र के फैसले पर चर्चा के दौरान यह बयान दिया.
BSF की ओर से दी सफाई
उदयन गुहा की ओर से लगाए गए आरोप के बाद बीएसएफ की ओर से इस पर सफाई दी गई. बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि बीएसएफ एक पेशेवर बल है जिसने हमेशा नियमों और विनियमों का पालन करके अनिवार्य कर्तव्यों का पालन किया है. बीएसएफ में बीएसएफ महिला प्रहरी होती हैं जो महिलाओं की तलाशी लेती हैं. बीएसएफकर्मियों द्वारा महिलाओं को गलत तरीके से छूने के आरोप पूरी तरह निराधार है.
पिछले महीने केंद्र ने बढ़ाया था BSF का अधिकार क्षेत्र
केंद्र ने इससे पहले अक्टूबर के महीने में बीएसएफ को भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमाओं के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) से भारतीय क्षेत्र के अंदर 50 किमी के क्षेत्र में तलाशी लेने, संदिग्धों को गिरफ्तार करने और जब्ती करने का अधिकार दिया था.
बीएसएफ, जिसे केवल पंजाब, पश्चिम बंगाल और असम में 15 किलोमीटर तक कार्रवाई करने का अधिकार था, को अब केंद्र या राज्य सरकारों से बिना किसी बाधा या अनुमति के अपने अधिकार क्षेत्र को 50 किमी तक बढ़ाने के लिए अधिकृत किया गया है.
केंद्र के इस फैसले के खिलाफ पंजाब पहले ही इस फैसले के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करा चुका है. तो वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि उनकी सरकार केंद्र के साथ इस मामले को उठाएगी.
फैसले के खिलाफ बंगाल विधानसभा में प्रस्ताव पेश
इस बीच केंद्र सरकार की ओर से BSF का अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने के फैसले के खिलाफ आज मंगलवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में प्रस्ताव पेश किया गया. प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और TMC के बीच जमकर बहस हुई. बहस इतनी बढ़ गई कि TMC विधायक उदयन गुहा ने साफ तौर पर बीजेपी विधायक को धमकी देते हुए कह दिया कि अगर हमारे इलाके में कोई आएगा तो उसके हाथ-पैर तोड़ दिए जाएंगे. TMC की ओर से साफ किया गया कि वो राज्य में केंद्र के इस प्रस्ताव को पारित करने की अनुमति नहीं देगी.
बंगाल विधानसभा में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में वृद्धि के मुद्दे पर बहस के दौरान TMC विधायक गुहा ने बीजेपी विधायक मिहिर गोस्वामी को धमकी देते हुए कहा कि अगर आप इलाके में प्रवेश करते हैं, तो आपके हाथ और पैर तोड़ दिए जाएंगे. महिलाएं जब सीमापार करती हैं तो तलाशी के नाम पर बीएसएफ के जवान उन्हें गलत तरीके से छूते हैं. वो भारत माता की जय कितना भी बोल लें, देशभक्त नहीं हो सकते. हालांकि गुहा की इस बात पर विधानसभा में जमकर हंगामा खड़ा हो गया.
विधानसभा में बहस के दौरान विधायक गुहा के बाद बीजेपी नेता शुंवेंदु अधिकारी ने कहा कि टीएमसी जिस तरह से बीएसएफ और केंद्रीय अर्धसैनिक बल का नाम ले रही है. उसे देखकर ऐसा लग रहा है कि जैसे ये बांग्लादेश या पाकिस्तान सेना के बारे में बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब जंगलमहल और दार्जिलिंग की बात आती है, तो राज्य सरकार कहती है कि वहां पर केंद्रीय अर्धसैनिक बल होना चाहिए तो फिर आज सरकार बीएसएफ के खिलाफ क्यों है.