छात्र नेता की मौत का मामला, SIT ने हाई कोर्ट में जमा की जांच रिपोर्ट

Update: 2022-04-20 01:50 GMT

कोलकाता। वामो छात्र नेता अनीस खान की संदिग्ध हालात में मौत की जांच के लिए राज्य सरकार की ओर से गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट कलकत्ता हाई कोर्ट में जमा की। दूसरी तरफ इस मामले पर सुनवाई कर रहे न्यायाधीश राजशेखर मंथा ने मृतक के पिता के बयान पर नाराजगी जताते हुए उन्हें हलफनामा दाखिल कर माफी मांगने को कहा है।

गौरतलब है कि सोमवार को न्यायाधीश के गैरहाजिर रहने के कारण मामले पर सुनवाई नहीं हो पाई थी और न ही एसआईटी अपनी जांच रिपोर्ट जमा कर पाई थी। न्यायाधीश के गैरहाजिर रहने पर अनीस के पिता सलेम खान ने सवाल उठाते हुए कहा था कि न्यायाधीश बीमार हैं या किसी के दबाव में आकर हाजिर नहीं हुए? वे अदालत में क्यों नहीं आए, समझ में नहीं आ रहा? न्यायाधीश के संज्ञान में यह बात आने पर उन्होंने पहले मामले से हटने की इच्छा जताई। सलाम खान के अधिवक्ता बिकास रंजन भट्टाचार्य ने न्यायाधीश से कहा कि उनके मुवक्किल एक साधारण किसान हैं। बेटे की मौत के कारण मानसिक दबाव में हैं। वे अदालत के नियम-कायदे नहीं जानते। उनसे जो गलती हुई है, उसके लिए वे क्षमाप्रार्थी हैं।
इसके बाद न्यायाधीश ने अपना इरादा बदला। हालांकि, उन्होंने अनीस के पिता को हलफनामा दाखिल कर अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगने को कहा। मामले पर अब अगले सोमवार को सुनवाई होगी। अनीस के पिता को तब तक हलफनामा दाखिल कर माफी मांगने को कहा गया है। इस दिन राज्य के महाधिवक्ता सौमेंद्रनाथ मुखोपाध्याय ने सीट की 82 पन्नों वाली जांच रिपोर्ट अदालत में जमा की।
गौरतलब है कि गत फरवरी में हावड़ा के आमता इलाके में स्थित अनीस के घर तलाशी के नाम पर पुलिस की पोशाक में कुछ लोग गए। परिवार के सदस्यों का आरोप है कि उन्होंने अनीस को छत से नीचे फेंक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई थी। मामले में जांच के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एसआईटी का गठन किया था। मामले में अब तक दो गिरफ्तारियां हो चुकी हैं जबकि तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है।
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