ममता सरकार को लगा झटका, कांग्रेस पार्षद हत्या के गवाह की मौत के मामले में हाईकोर्ट ने दिया CBI जांच का आदेश
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पश्चिम बंगाल ( (West Bengal) ) के पुरुलिया जिले के झालदा नगरपालिका के कांग्रेस पार्षद तपन कांदू की हत्या के मामले में चश्मदीद गवाह निरंजन वैष्णव की मौत के मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट (Calcutta High Court) ने सीबीआई जांच का आदेश दिया. इससे ममता बनर्जी की सरकार को करारा झटका लगा है. बता दें कि बीरभूम जिले के बोतगुई नरसंहार, टीएमसी नेता भादू शेख की हत्या और झालदा के कांग्रेस पार्षद तपन कांदू की हत्या के मामले की जांच पहले ही सीबीआई कर रही है और अब तपन कांदू की हत्या के चश्मदीद गवाह की हत्या के मामले की जांच भी सीबीआई (CBI) से कराने का आदेश हाईकोर्ट ने दिया है. अदालत ने झालदा के कांग्रेस पार्षद की हत्या के मामले की जांच सीबीआई से कराने का निर्देश देते हुए 45 दिनों के अंदर अदालत में रिपोर्ट जमा करने को कहा है.
मंगलवार को अदालत ने निरंजन वैष्णव की तपन कंडू हत्याकांड में अप्राकृतिक मौत की जांच भी सीआईडी से सीबीआई को सौंप दी. न्यायमूर्ति राजा शेखर मंथा की अदालत ने यह निर्देश दिया. बता दें कि निरंजन वैष्णव और तपन कांदू के परिवार इस मामले में साजिश के आरोप लगा रहे थे और इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे थे.
कांग्रेस पार्षद तपन कांदू और गवाह की मौत का मामला आपस में है जुड़ा
अदालत में सुनवाई के दौरान एडवोकेट जनरल ने कहा कि इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, एक सुसाइड नोट बरामद किया गया है. एक पड़ोसी की गवाही ली गई है. फोरेंसिक अधिकारियों को आने के लिए कहा गया है, लेकिन वे अभी तक नहीं आए हैं. इस पर न्यायाधीश ने पूछा किक्या यह सच है कि वह तपन कांदू मामले में एक चश्मदीद गवाह था? दोनों घटनाएं आपस में जुड़ी हुई हैं. इसके साथ ही उन्होंने दोनों मामले एक साथ जुड़े रहने के कारण ही इस मामले की जांच का आदेश सीबीआई से दिया गया है. दूसरी ओर, अदालत की ओर से इस मामले की सीबीआई जांच का आदेश देने का कांग्रेस नेता नेपाल महतो ने स्वागत करते हुए कहा कि जिस तरह से चश्मदीद गवाह की मौत हुई है. उससे साफ है कि साजिश के तहत हत्या हुई है. सीबीआई जांच से सच सामने आ पाएगा.
कांग्रेस पार्षद तपन कांदू की हत्या का गवाह था निरंजन वैष्णव
बता दें किहत्या का चश्मदीद गवाह निरंजन वैष्णव (49) तपन कांदू का करीबी दोस्त था. पिछले सप्ताह वह अपने घर पर फंदे से लटका मिला था. पुलिस ने घटनास्थल से सुसाइड नोट भी बरामद किया था. सुसाइड नोट में मानसिक दबाव का उल्लेख है. 13 मार्च को झालदा नगर में शाम के वक्त टहलते समय तपन कांदू की हत्या कर दी गई थी. हत्या के समय तपन कांदू के साथ वैष्णव भी टहल रहा था. तभी चार हत्यारे बाइक से आए और तपन कांडू पर दनादन गोलियां दागनी शुरू कर दी. तपन कांदू को तीन गोलियां लगी थी. आनन-फानन में उसे रिम्स, रांची ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.