संदेशखाली घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन, भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प
पश्चिम बंगाल: संदेशखाली घटना को लेकर सिलीगुड़ी में विरोध प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हुई। संदेशखली में महिलाओं पर यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर बीजेपी पश्चिम बंगाल सरकार पर जमकर हमला बोला। आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल राज्य बलात्कारियों की सरकार की तरफ से संचालित राज्य में बदल गया है। इसके खिलाफ आज सिलीगुडी पुलिस आयुक्तालय के सामने प्रदर्शन किया जाएगा। सांसद सह राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट ने घटना की निंदा करते हुए ममता बनर्जी की ‘TMC की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि टीएमसी, तृणमूल कांग्रेस से तालिबानी मानसिकता और संस्कृति बन गई है।
मां, माटी और मानुष की जगह बम, बंद और बलात्कारियों ने ले ली है। शाहजहां शेख, जिसने विशेष रूप से कमजोर समुदायों और एससी/एसटी की युवा महिलाओं का व्यवस्थित यौन शोषण रैकेट चलाया है, उसे बेदाग जाने दिया जा रहा है। वही पश्चिम बंगाल में नेता विपक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता शुवेंदु अधिकारी ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और पार्टी कार्यकर्ताओं के पुलिस लाठीचार्ज में घायल होने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जमकर आलोचना की है। समाचार के अनुसार शुवेंदु अधिकारी ने कहा, “जिस तरह से पश्चिम बंगाल पुलिस ने सुकांत मजूमदार के साथ दुर्व्यवहार किया, वह जानबूझकर किया गया।
इस हरकत के लिए सीधे तौर पर ममता बनर्जी जिम्मेदार हैं। वहां सैकड़ों पुलिसकर्मी तैनात थे। सुकांत की हिरासत अवैध थी। ममता बनर्जी ने उन्हें मारने के लिए पुलिस बल भेजा था।अस्पताल में भर्ती बंगाल भाजपा प्रमुख के स्वास्थ्य के बारे में बात करते हुए शुवेंदु ने कहा, “वो गंभीर रूप से घायल हैं, फिलहाल उन्हें आईसीयू में रखा गया है। वो लगातार बेचैनी महसूस कर रहे हैं और उन्हें उल्टियां हो रही हैं। वह अभी भी खाना नहीं खा पा रहे हैं। मालूम हो कि पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के दौरान पुलिस द्वारा की गई लाठीचार्ज में सुकांत मजूमदार बुरी तरह से घायल हो गये। जिसके बाद मजूमदार को बीते बुधवार को बशीरहाट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना उस समय हुई, जब बंगाल भाजपा ने उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में फैली कथित अराजकता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही थी। संदेशखाली में महिलाएं तृणमूल नेता शाजहां शेख और उनके सहयोगियों द्वारा किए गए कथित अत्याचारों को लेकर पिछले कुछ दिनों से आंदोलन कर रही हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज के अगले दिन पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने अस्पताल का दौरा किया और वहां पर भर्ती भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार से मुलाकात करके उनका हालचाल जाना था।पश्चिम बंगाल सरकार ने संदेशखाली समेत सात ग्राम पंचायतों के 500 मीटर के क्षेत्र में आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 फिर से लागू कर दी है।
संदेशखाली ब्लॉक में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भाजपा के आंदोलन के मद्देनजर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 19 फरवरी तक क्षेत्र में सेक्टर 144 लागू कर दिया गया है।बंगाल के संदेशखाली की घटनाओं पर उठे राजनीतिक तूफान के कारण मंगलवार को राज्य के दूसरे हिस्से में हिंसा भड़क उठी। एसपी कार्यालय के आसपास लागू निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के प्रयासों के बाद मंगलवार को पुलिस कर्मियों और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प हो गई। पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में संदेशखाली ब्लॉक में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भाजपा के कार्यकर्ता पहले से आंदोलन कर रहे हैं।विरोध प्रदर्शन करने से रोके जाने के बाद पार्टी के राज्य प्रमुख सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ता बशीरहाट में पुलिस से भिड़ गए। पुलिस कर्मियों को पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमला करते हुए देखा गया क्योंकि कार्यकर्ता बैरिकेड तोड़कर गांव में घुस गए थे। पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज करने से गांव में अफरा-तफरी मच गई थी। रिपोर्ट अशोक झा