मुस्लिम समुदाय के छात्र-छात्राओं का विशेष तौर पर उल्लेख करने को लेकर बंगाल माध्यमिक शिक्षा पर्षद के अध्यक्ष विवादों में घिरे

बंगाल शिक्षा बोर्ड की दसवीं कक्षा की परीक्षा के नतीजों की घोषणा करते वक्त मुस्लिम समुदाय के छात्र-छात्राओं का विशेष तौर पर उल्लेख करने को लेकर पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा पर्षद के अध्यक्ष कल्याणमय गांगुली विवादों में घिर गए हैं।

Update: 2022-06-04 09:11 GMT

जनता से रिश्ता | बंगाल शिक्षा बोर्ड की दसवीं कक्षा की परीक्षा (माध्यमिक) के नतीजों की घोषणा करते वक्त मुस्लिम समुदाय के छात्र-छात्राओं का विशेष तौर पर उल्लेख करने को लेकर पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा पर्षद (West Bengal Board of Secondary Education) के अध्यक्ष कल्याणमय गांगुली (Kalyanmay Ganguly) विवादों में घिर गए हैं। शिक्षाविदों के एक वर्ग ने इस पर आपत्ति जाहिर की है। उनका कहना है कि बंगाल में सिर्फ एक अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र-छात्रा नहीं हैं, इसलिए उन्हें सिर्फ उनका उल्लेख नहीं करना चाहिए था।

गौरतलब है कि पिछले साल बंगाल शिक्षा बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षा (उच्च माध्यमिक) के नतीजों की घोषणा करते वक्त तत्कालीन अध्यक्ष महुआ दास ने भी एक छात्रा के धर्म का उल्लेख किया था, जिसके कारण उन्हें पद से हटना पड़ गया था। शिक्षाविदों का कहना है कि छात्र- छात्रा का प्रतिभा का आकलन उनके धर्म या समुदाय के आधार पर नहीं किया जाना चाहिए
Tags:    

Similar News

-->