West Bengal में बंधक बनाये ओडिशा के 300 से ज्यादा मजदूरों को पुलिस ने बचाया
पश्चिम बंगाल West Bengal: पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर ओडिशा के 300 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था। इस मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की और सभी बंधकों को सुरक्षित रूप से उनके घर लौटने में सफल रही। आइए जानते हैं इस घटना की पूरी जानकारी और इसके पीछे की वजह क्या है।
पूरा मामला क्या है?
पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर में हाल ही में 300 से अधिक लोगों को बंधक बनाने की घटना सामने आई।
Police की सक्रियता के कारण ये लोग सुरक्षित अपने घरों को लौटने में सफल हुए। यह माना जा रहा है कि इस घटना का कारण ओडिशा में पश्चिम बंगाल के प्रवासी श्रमिकों पर किए गए कथित हमले से जुड़ा हुआ है। यह भी कहा जा रहा है कि इन प्रवासी श्रमिकों को गलती से बांग्लादेशी नागरिक समझा गया था, जिसके चलते उन्हें बंधक बनाया गया।बंधक बनाए गए लोगों का विवरण
जिन लोगों को बंधक बनाया गया था, वे ओडिशा के बालासोर और मयूरभंज जिलों के निवासी थे। ये लोग एक स्थानीय वैद्य से इलाज कराने के लिए केशपुर के खारीका गांव में गए थे। इलाज के बाद जब वे लौट रहे थे, तब एक भीड़ ने उन पर हमला कर दिया और उन्हें बंधक बना लिया।
पुलिस की भूमिका
इस मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) संजय कुमार ने पुष्टि की कि पुलिस की हस्तक्षेप से सभी बंधक सुरक्षित रूप से मुक्त हो गए और वे अपने घरों को वापस लौटे। पुलिस की इस सफल कार्रवाई ने एक गंभीर संकट को टालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह घटना विभिन्न कारणों से चर्चा में रही है, लेकिन पुलिस के हस्तक्षेप और त्वरित कार्रवाई की वजह से बड़ी संख्या में लोगों की जान को खतरे से बचाया गया।