कोलकाता मेट्रो की बदलेगी तस्वीर
हाईटेक रैक के लिए रेलवे देगा 6000 करोड़ रुपये
दार्जीलिंग: मेट्रो रेलवे, कोलकाता देश की सबसे पुरानी मेट्रो है जो कोलकाता को उपनगरों से जोड़ने के लिए विस्तार कर रही है। कोलकाता और हावड़ा को जोड़ने के लिए जल्द ही हुगली नदी के नीचे देश की पहली अंडरवॉटर मेट्रो सेवा शुरू करने की योजना है, जिसका ट्रायल रन चल रहा है।
यात्रियों के लिए आरामदायक यात्रा
नए गंतव्यों तक पहुंचने के अलावा, कोलकाता मेट्रो प्रशासन यात्रियों को आरामदायक सवारी और उच्च स्तर की सुविधा का अनुभव प्रदान करने के लिए कई नवाचारों का भी प्रयोग कर रहा है। इसी कड़ी में अब कोलकाता मेट्रो ने भविष्य के हिसाब से अत्याधुनिक रेक (मेट्रो ट्रेन कोच) डिजाइन करने की कल्पना की है। इस हाईटेक रेक में बंगाल की समृद्ध झलक दिखेगी
इस पहल से बदल जाएगी कोलकाता मेट्रो की तस्वीर: कौशिक मित्रा
कोलकाता मेट्रो ने 2026 तक विभिन्न चरणों में अपने बेड़े में 85 ऐसे नए रेक शामिल करने की योजना बनाई है। इन भविष्य के हाई-टेक रेक की खरीद के लिए लगभग 6,000 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी, जिसे रेल मंत्रालय ने पहले ही मंजूरी दे दी है। कोलकाता मेट्रो के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने रविवार को एक बयान में यह जानकारी दी. मित्रा ने कहा कि यह पहल कोलकाता मेट्रो का चेहरा बदल देगी. उन्होंने बताया कि ये ड्रीम रेक 2026 तक मेट्रो बेड़े में शामिल हो जाएंगे.