बीएसएफ के अनुरोध पर बीजीबी ने भी तुरंत बढ़ाया कदम, बांग्लादेश में रहने वाले रिश्तेदारों को नसीब हुए महिला के अंतिम दर्शन
BENGAL BSF NEWS-कोलकाता। BSF दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की पहल से एक बार फिर बांगलादेश में रहने वाली रिश्तेदारों को भारत में बुजुर्ग महिला का निधन के बाद अंतिम दर्शन नसीब हुआ। परिवार के अनुरोध पर बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास जीरो लाइन पर अंतिम दर्शन कराने की व्यवस्था की। बीएसएफ सूत्रों ने बताया कि यह घटना मालदा जिले के सीमावर्ती गांव किस्तोपुर की है। यहां के ग्राम प्रधान सज्जाद अली ने बीएसएफ 44वीं वाहिनी सीमा चौकी किस्तोपुर के कंपनी कमांडर को बताया कि उनके गांव की एक बुजुर्ग महिला रूमी खातून का 12 जून दोपहर 12 बजे कोलकाता मेडिकल कालेज अस्पताल में निधन हुआ। महिला के कुछ रिश्तेदार सीमा पार बांग्लादेश के सीमावर्ती गांव-चांदशिखारी चपाई नवाबगंज में रहते हैं। जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से एक किलोमीटर दूर स्थित है। उन्होंने गुजारिश की कि अगर बीएसएफ मदद कर दे तो उनके रिश्तेदारों को महिला के अंतिम दर्शन नसीब हो जाएंगे। इसके बाद कंपनी कमांडर ने मानवीयता और भावनात्मक पहलू को ध्यान में रखते हुए तुरंत बार्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के अधिकारियों से संपर्क किया।
बीएसएफ के अनुरोध पर बीजीबी ने भी तुरंत बढ़ाया कदम
बीएसएफ के अनुरोध पर बीजीबी ने भी मानवीय दृष्टिकोण को देखते हुए कदम आगे बढ़ाया। दोनों देशों के सीमा रक्षक बलों ने आपसी सहयोग के मद्देनजर मानवता को सर्वोपरि रखते हुए बांग्लादेश में रहने वाले रिश्तेदारों को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास जीरो लाइन पर अगले दिन 13 जून की सुबह अंतिम दर्शन कराने की व्यवस्था की। इस तरह उनके रिश्तेदारों को महिला के अंतिम दर्शन संभव हुए।अंतिम दर्शन के बाद मृतका के रिश्तेदारों ने बीएसएफ की इस पहल के लिए आभार जताया। और कहा कि बीएसएफ की मानवीयता के चलते हमें अपनी बहन के अंतिम दर्शन नसीब हुए हैं।
बीएसएफ रखती है सदा सामाजिक-मानवीय मूल्यों का ख्याल: गुलेरिया
इधर दक्षिण बंगाल फ्रंटियर बीएसएफ प्रवक्ता व वरिष्ठ डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि बीएसएफ के जवान सीमावासियों के सुख दुख समेत उनके धार्मिक सामाजिक मूल्यों का ख्याल रखते हैं। उन्होंने कहा कि बीएसएफ गलत मंशा रखने वालों के खिलाफ है जब बात इंसानियत व मानवीय मूल्यों की आती है तो वह सदैव तत्पर रहती है। बीएसएफ ने इससे पहले नदिया, उत्तर 24 परगना, मुर्शिदाबाद जिले में भी सीमावर्ती क्षेत्र के किसी व्यक्ति के निधन पर परिवार के अनुरोध के बाद बांग्लादेश में रहने वाले उनके रिश्तेदारों के अंतिम दर्शन की व्यवस्था कर चुकी है।