कोलकाता: लगातार बारिश के कारण उत्तर बंगाल (Rain In Bengal) में हालात बिगड़ रहे हैं. कई नदियों का पानी सीमा के ऊपर बह रहा है. उत्तर बंगाल (North Bengal Rain) में पिछले 10 सालों में रिकार्ड बारिश हुई है. तिस्ता नदी का पानी भी खतरे के निशान से ऊपर जा रहा है, जिसे देखते हुए असंरक्षित इलाकों में येलो अलर्ट (Yello Alert) जारी किया गया है. बीते एक जून से लेकर आज तक सिलीगुड़ी में 465 मिलीमीटर और सिक्किम में 721.8 मिली मीटर बारिश हो चुकी है. उत्तर बंगाल में सबसे अधिक बारिश बक्सा दुआदुर में 841 मिलीमीटर हुई है. इस समय उत्तर बंगाल की कई नदियां भी उफान पर हैं, जिसके कारण इन इलाकों में प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. कई इलाकों में नदी का पानी घुस गया है. इस कारण कई इलाके जलमग्न हो गये हैं.
कूचबिहार व अलीपुरदुआर जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कालिम्पोंग के अलावा उत्तर व दक्षिण दिनाजपुर जिलों में ऑरेंज अलर्ड जारी किया गया है. 19 तारीख तक उत्तर बंगाल के जिलों में इसी प्रकार बारिश होने की संभावना है.
उत्तर बंगाल की कई नदियां उफान पर
लगातार बारिश के कारण उत्तर बंगाल की कई नदियां उफान पर हैं. पड़ोसी राज्य सिक्किम की पहाड़ियों से निकलकर उत्तर बंगाल होते हुए बंगाल की खाड़ी में जानेवाली तीस्ता नदी की डेंजर लाइन से ऊपर बह रही है. फलस्वरूप तीस्ता नदी के आस-पास के इलाकों में प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है. वहीं महानंदा नदी का जलस्तर भी काफी बढ़ा है. उत्तर बंगाल मानसूनी बारिश की चपेट में है. अलीपुरद्वार की स्थिति भी भयावह है. नाव को सड़क पर उतारा गया है. लगभग चार सौ परिवार को पहले ही खाली कराया जा रहा है. कलजानी नदी में बांध के पानी से और स्थिति विकराल हो गई है. वैकल्पिक राहत शिविर लगाये गए हैं.
स्थानीय लोगों ने लगाया प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप
कालजानी नदी पर रेड सिग्नल जारी किया गया है. आरोप है कि नगरपालिका ने जलजमाव वाले लोगों के लिए कोई सूखा भोजन उपलब्ध नहीं कराया. एक बार फिर पेयजल संकट की स्थिति पैदा हो गयी है. इससे स्थानीय लोगों में रोष है. स्थानीय लोगों में से एक ने कहा, "यहां भयानक स्थिति है. पानी से पूरा इलाका प्लावित है. नावों की व्यवस्था की गई है. बांध टूट गया और नदी का पानी घुस रहा है. इस कारण लोग परेशान है, लेकिन लोगों की फरियाद सुनने वाला कोई नहीं है."