ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना है। माना जा रहा है नवनिर्वाचित विधायक बाबुल सुप्रियो को मंत्री बनाया जा सकता है
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना है। माना जा रहा है नवनिर्वाचित विधायक बाबुल सुप्रियो को मंत्री बनाया जा सकता है। कैबिनेट की बैठक पिछले सोमवार को हुई थी। अगली कैबिनेट बैठक अगले माह होने वाली थी, लेकिन गुरुवार को ममता बनर्जी ने अचानक कैबिनेट की बैठक बुलाई है। इसके साथ ही ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलें तेज हो गई हैं।
कैबिनेट में फेरबदल के मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा से टीएमसी में शामिल हुए बालीगंज के विधायक बाबुल सुप्रियो का नाम सबसे आगे चल रहा है। सूत्रों का कहना है कि एसएससी भर्ती घोटाले ममता बनर्जी मंत्रिमंडल के दो मंत्री उद्योग और तत्कालीन शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और शिक्षा राज्य मंत्री परेश चंद्र अधिकारी पर लगे आरोपों से सीएम ममता बनर्जी नाराज बताई जा रही हैं। विपक्ष ममता बनर्जी सरकार पर लगातार हमला बोल रहा है। ऐसे में मंत्रिमंडल में फेरबदल का ममता बनर्जी फैसला ले सकती हैं।
तापस राय, पार्थ भौमिक और आशीष बंद्योपाध्याय को मिल सकती है नई जिम्मेदारी :
टीएमसी के वरिष्ठ विधायक तापस राय के भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा चल रही है। लंबे समय से विधायक रहे तापस राय को नई जिम्मेदारी दी जा सकती है। वहीं बैरकपुर इलाके के विधायक पार्थ भौमिक को भी मंत्री पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है। बीरभूम तृणमूल नेता और राज्य विधानसभा के उपाध्यक्ष आशीष बंद्योपाध्याय को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि इसके अलावा ऐसे कई मंत्री हैं जिनके पास कई कार्यालय हैं। उनकी जिम्मेदारियों में कटौती हो सकती है। इसके अलावा एसएससी भर्ती घोटाले में मंत्री पार्थ चटर्जी और शिक्षा राज्य मंत्री परेश चंद्र अधिकारी के पर कतरे जा सकते हैं।
कोलकाता नगर निगम चुनाव के बाद हुआ था मंत्रिमंडल में फेरबदल :
कोलकाता नगर निगम चुनाव और बंगाल निकाय चुनाव में टीएमसी की सफलता के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल हुआ था। कोलकाता के मेयर और आवास और परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम को ममता बनर्जी के कैबिनेट में जिम्मेदारी बढ़ा दी गई थी। फिरहाद हकीम को शहरी और नगर विकास विभाग का दायित्व दिया गया था। उनके पास पहले से ही परिवहन विभाग थे। इसके साथ ही कानून राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य को वित्त विभाग का अतिरिक्त दायित्व दिया गया था। पहले यह विभाग अमित मित्रा के पास था। वहीं, अमित मित्रा को सीएम का सलाहाकार नियुक्त किया गया था।