कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ओडिशा के बालासोर जिले में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे के सही कारण का पता लगाने के लिए शनिवार को उचित जांच की मांग की। इस हादसे में 261 लोग मारे गए है और 900 से अधिक घायल हो गए। पूर्व रेल मंत्री ममता बनर्जी दिन में पहले दुर्घटनास्थल पर पहुंचीं। उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ बातचीत की।
वैष्णव से बातचीत के दौरान उन्हें रेलवे विभाग में समन्वय की कमी की शिकायत करते सुना गया।
बाद में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा, निश्चित रूप से कुछ हुआ है। इसका पता लगाने के लिए एक उचित जांच होनी चाहिए।
उन्होंने यह भी आशंका व्यक्त की कि टक्कर रोधी प्रणाली में गड़बड़ी दुर्घटना का एक कारण हो सकता है, जो पिछले 15 वर्षो में सबसे बुरे रेल हादसों में से एक है।
जब मैं तीन कार्यकाल के लिए रेल मंत्री थी, मैंने एक टक्कर रोधी प्रणाली स्थापित करने की पहल की। मुझे लगता है कि अगर प्रणाली काम कर रही होती, तो दुर्घटना को टाला जा सकता था। दुर्घटना में मरने वालों में बड़ी संख्या में पश्चिम बंगाल के लोग हैं। मेरे सरकारी अधिकारी सुचारू बचाव अभियान के लिए ओडिशा में अपने समकक्षों के साथ समन्वय कर रहे हैं।
उन्होंने बंगाल के मृतकों के परिवारों के लिए पांच-पांच लाख रुपये के मुआवजे की भी घोषणा की।
इस बीच, पश्चिम बंगाल सचिवालय से जारी एक बयान में दावा किया गया है कि शनिवार दोपहर 12 बजे तक 34 डॉक्टरों के साथ कम से कम 70 एंबुलेंस और 10 बसें और 20 मिनी ट्रक बालासोर पहुंच चुके थे।
बयान में कहा गया है, पुलिस की दो आपदा प्रबंधन समूह की टीमें बालासोर जा रही हैं।
इसने यह भी दावा किया कि 20 एंबुलेंस और 120 यात्री बालासोर से पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हुए हैं और 11 मरीज पश्चिम बंगाल के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं।
(आईएएनएस)