कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली पुलिस द्वारा अंतर्राष्ट्रीय पहलवानों के साथ कथित मारपीट की निंदा की। एक ट्विटर संदेश में मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर देश को सम्मान दिलाने वालों के खिलाफ निरंकुश तरीके से काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने हिरासत में लिए गए पहलवानों को तत्काल रिहा करने की भी मांग की है।
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, जिस तरह से दिल्ली पुलिस ने साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और अन्य पहलवानों के साथ मारपीट की, उसकी कड़ी निंदा करती हूं। यह शर्मनाक है कि हमारे चैंपियनों के साथ इस तरह का व्यवहार किया जाता है। लोकतंत्र सहिष्णुता में निहित है, लेकिन निरंकुश ताकतें असहिष्णुता और असंतोष को दबाने पर पनपती हैं। मैं मांग करती हूं कि उन्हें पुलिस द्वारा तुरंत रिहा किया जाए। मैं हमारे पहलवानों के साथ खड़ी हूं। एक महीने में यह दूसरी बार है जब बनर्जी ने प्रदर्शनकारी पहलवानों के प्रति एकजुटता दिखाई है।
इससे पहले भी पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार की शिकायत के एक दिन बाद 4 मई को एक ट्वीट में उन्होंने लिखा था, इस तरह से हमारी बेटियों के सम्मान को ठेस पहुंचाना बेहद शर्मनाक है। भारत अपनी बेटियों के साथ खड़ा है और मैं एक इंसान के रूप में निश्चित रूप से हमारे पहलवानों के साथ खड़ी हूं। कानून सभी के लिए एक है। शासक का कानून किसी की गरिमा का अपहरण नहीं कर सकता है। आप उन पर हमला कर सकते हैं लेकिन उनके मनोबल को नहीं तोड़ सकते। लड़ाई सही है और लड़ाई जारी रहेगी। हमारे पहलवानों को चोट पहुंचाने की हिम्मत न करें। देश उनके आंसू देख रहा है और देश आपको माफ नहीं करेगा। मैं हमारे पहलवानों से मजबूत बने रहने का आग्रह करती हूं। मैं अपनी पूरी शक्ति उनके साथ साझा करती हूं। प्रदर्शनकारी पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। महिला खिलाड़ियों ने उन पर छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
---आईएएनएस