कोलकाता (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस महीने के अंत तक दिल्ली आने की संभावना है। तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने कहा है कि मुख्यमंत्री के राष्ट्रीय राजधानी के संभावित दौरे का आधिकारिक कारण नीति आयोग की गवनिर्ंग काउंसिल की बैठक में शामिल होना होगा। हालांकि, पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि बनर्जी इस अवसर का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं से मिलने के लिए कर सकती हैं।
उन्होंने कहा, हमने सुना कि उसी समय राष्ट्रीय राजधानी में जदयू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बुलाई जाने वाली विपक्षी पार्टियों की बैठक हो सकती है। अगर ऐसा होता है, तो बनर्जी इसमें शामिल होंगी।
उन्होंने बताया कि बैठक की संभावनाएं काफी अधिक हैं, क्योंकि विपक्ष शासित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री नीति आयोग के कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।
हालांकि, तृणमूल कांग्रेस के नेता ने इस बात की पुष्टि करने से इनकार कर दिया कि क्या बनर्जी की कांग्रेस नेता सोनिया गांधी या पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ कोई अलग बैठक होने की संभावना है।
अब तक तृणमूल कांग्रेस का आधिकारिक स्टैंड बीजेपी और कांग्रेस दोनों से समान दूरी बनाए रखने और समान विचारधारा वाले क्षेत्रीय दलों के साथ संवाद जारी रखने का है।
हाल ही में नीतीश कुमार ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ पश्चिम बंगाल राज्य सचिवालय में ममता बनर्जी के साथ बैठक की थी।
बैठक में, उन्होंने सभी विपक्षी दलों को अपने अहंकार को छोड़कर एक साथ काम करने का आह्वान किया, वह एकजुट विपक्ष गठबंधन के लिए अपनी पार्टी के ब्लूप्रिंट में कांग्रेस को शामिल करने के बारे में चुप रहीं।
पता चला है कि बैठक के बाद भी पश्चिम बंगाल और बिहार के मुख्यमंत्री लगातार एक-दूसरे के संपर्क में हैं और विपक्ष को एकजुट करने को लेकर बातचीत जारी है।
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