कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस से निष्कासित नेता कुंतल घोष ने शुक्रवार को ईडी पर जानबूझकर पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के स्कूल भर्ती मामले की जांच को गलत दिशा में मोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। इस मामले में आरोपी घोष ने कोलकाता में पीएमएलए अदालत में पेश होने के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए यह बयान दिया।
पत्रकारों ने ईडी द्वारा सुजय कृष्ण भद्र उर्फ 'कालीघाटर काकू' की गिरफ्तारी पर उनसे प्रतिक्रिया मांगी थी। घोष ने कहा, ईडी के अधिकारी झूठ बोल रहे हैं। वे जानबूझकर मामले की जांच को गलत दिशा में मोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। अगर उनमें हिम्मत है तो वे अदालत में मेरा बयान पेश करें।
भद्रा का नाम मामले के एक संदिग्ध गोपाल दलपति द्वारा पूछताछ के दौरान सामने आया था। दलपति ने कहा था कि घोष घोटाले की कमाई का एक हिस्सा भद्रा को सौंप देते थे।
दलपति के वर्जन के अनुसार, घोष ने दावा किया कि भद्रा राज्य की सत्ताधारी पार्टी के टॉप नेतृत्व के साथ उनकी मुख्य कड़ी थी। यह पहली बार नहीं है जब घोष ने केंद्रीय एजेंसियों पर आरोप लगाए हैं।
इससे पहले उन्होंने ईडी और सीबीआई पर तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी का नाम मामले में नामजद करने का दबाव बनाने का आरोप लगाया था।