मेडिकल कॉलेज का जूनियर डॉक्टर हुए ओमिक्रॉन संक्रमित
देश में ओमिक्रॉन का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
कोलकाता, देश में ओमिक्रॉन का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है। देश में ओमिक्रॉन के कुल मामले 400 के पार चले गए हैं। इस बीच पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक जूनियर डॉक्टर ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया है। इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, जो जूनियर डॉक्टर ओमिक्रॉन संक्रमित पाया गया है, वो कलकत्ता मेडिकल कॉलेज का है। इस मामले के सामने आने के बाद बंगाल में ओमिक्रॉन के कुल मामले बढ़कर 4 हो गए हैं।
संक्रमित डॉक्टर की नहीं मिली कोई ट्रैवल हिस्ट्रीजानकारी के मुताबिक, कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल के 21 साल के एक जूनियर डॉक्टर में ओमिक्रॉन का संक्रमण मिला है। हैराना वाली बात ये है कि इस डॉक्टर ने कोई विदेश यात्रा नहीं की थी, फिर भी वो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। बताया जा रहा है कि संक्रमित डॉक्टर के अंदर ऐसे कोई खास लक्षण भी नहीं देखने को मिले थे। बस बुखार चढ़ा था और शुक्रवार को उनका टेस्ट पॉजिटिव आया। मरीज को कोलकाता के बेलेघाटा संक्रामक रोग अस्पताल में ट्रांसफर कर दिया गया है। जूनियर डॉक्टर नदिया जिले के कृष्णानगर से हैं बंगाल में ओमिक्रॉन की हिस्ट्री आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में 15 दिसंबर को ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया था। अबू धाबी से लौटा एक 7 साल का बच्चा संक्रमित मिला था। इसके बाद 23 दिसंबर को पश्चिम बंगाल में ओमाइक्रोन के दो और मामले सामने आए। इनमें से एक मरीज नाइजीरिया और दूसरा यूनाइटेड किंगडम से लौटा था। पश्चिम बंगाल सरकार ने ओमाइक्रोन के लिए जीनोम अनुक्रमण के लिए कोलकाता में दर्ज प्रत्येक कोविड -19 सकारात्मक मामले के नमूने भेजने का निर्णय लिया है। इन राज्यों में लग गया है नाइट कर्फ्यू आपको बता दें कि ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए देश के कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू की घोषणा कर दी गई है। सबसे पहले मध्य प्रदेश सरकार ने नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया था। एमपी के बाद यूपी, गुजरात और हरियाणा में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं राजस्थान में पहले से ही नाइट कर्फ्यू लागू है।