बंगाल में युवा और महिला मोर्चा के अध्यक्ष के लिए 35 साल से कम उम्र का होना जरूरी, BJP का अहम फैसला
विधानसभा चुनाव तथा कोलकाता नगर निगम चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद बंगाल भाजपा आने वाले दिनों में अपने संगठन को मजबूत करने के लिए कटिबद्ध है।
कोलकाता : विधानसभा चुनाव तथा कोलकाता नगर निगम चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद बंगाल भाजपा आने वाले दिनों में अपने संगठन को मजबूत करने के लिए कटिबद्ध है। इस कड़ी में पार्टी ने युवाओं को प्राथमिकता देने की योजना बनाई है। इसके तहत संगठनात्मक स्तर पर आयु सीमा निर्धारित की गई है। विधानसभा चुनाव में भाजपा का आशानुरूप प्रदर्शन नहीं रहा है। इसके बाद से बंगाल भाजपा ने राज्य में अपनी रणनीतियां बदली हैं।
सुकांत मजूमदार भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए हैं जो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष से उम्र में काफी छोटे हैं। कोलकाता नगर निगम के चुनाव बाद भाजपा की नई राज्य समिति की घोषणा की गई है। यहां भी ज्यादातर मामलों में युवा पीढ़ी को प्राथमिकता दी गई है। इस बार बंगाल भाजपा ने उम्र के लिहाज से अहम फैसला लिया है। पार्टी के शीर्ष नेताओं ने तय किया है कि युवा और महिला मोर्चा का अध्यक्ष बनने के लिए 35 साल से कम उम्र का होना जरूरी है। दूसरी ओर मंडल (जोन) अध्यक्ष के लिए अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष है।
भाजपा ने गत दिनों जिला और राज्य समितियों के नए सदस्यों के साथ प्रांतीय संगठनात्मक बैठक की थी। वहां चर्चा के माध्यम से इसका निर्णय लिया गया। भाजपा सूत्रों का कहना है कि कई पार्टियों के युवा मोर्चे में अक्सर उम्रदराज लोग देखे जाते हैं, जो बहुत ही भद्दा है। इसलिए युवा मोर्चे में उम्र की सीमा तय करना बेहद जरूरी है। गौरतलब है कि अन्य राज्यों में भाजपा के युवा, महिला मोर्चा या फिर मंडल अध्यक्ष के लिए उम्र की कोई तय सीमा नहीं है। अगले कुछ महीनों में राज्य में 111 नगरपालिकाओं के चुनाव होनेे हैं। पंचायत वोट भी है। तीन साल बाद फिर लोकसभा। इसलिए भाजपा ने पहले ही संगठन को मजबूत करने का फैसला कर लिया है।