हावड़ा: पश्चिम बंगाल के हावड़ा में मुस्लिम समुदाय के प्रदर्शन (Howrah Violence) का उग्र रूप अख्तियार करने के बाद प्रशासन में बड़े फेरबदल किए गए हैं. IPS प्रवीण कुमार त्रिपाठी को हावड़ा का नया कमिश्नर बनाया गया है (Howrah New Police Commissioner). इससे पहले प्रवीण कुमार त्रिपाठी (IPS Praveen Kumar Tripathi) कोलकाता पुलिस के एडिशनल कमिश्नर पद पर तैनात थे. वहीं हावड़ा के मौजूदा कमिश्नर सी सुधाकर को कोलकाता पुलिस के जॉइंट सीपी के पद पर तैनात किया गया है.
हावड़ा ग्रामीण एसपी सौम्या रॉय का तबादला कोलकाता पुलिस DCP साउथ वेस्ट के तौर पर किया गया है. उनकी जगह पर अब IPS स्वाति भंगालिया को तैनात किया गया है, जो कि इससे पहले DCP साउथ वेस्ट कोलकाता पुलिस थीं. पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भाजपा के दो निलंबित पदाधिकारियों द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणी को लेकर हावड़ा जिले के कई हिस्सों में शनिवार को हुए विरोध प्रदर्शन के बाद ये फेरबदल किया गया है.
राज्यपाल ने राज्य में 'कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति' पर की चिंता व्यक्त
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने हावड़ा जिले के कई हिस्सों में शनिवार को हुए विरोध प्रदर्शन के बाद राज्य में 'कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति' पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस समस्या से सख्ती से निपटने और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा. धनखड़ ने ट्वीट किया, कानून और व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति से चिंतित हूं. उन्होंने मुख्यमंत्री और राज्य की पुलिस को संदर्भित करते हुए लिखा है, मुख्यमंत्री और पश्चिम बंगाल पुलिस की निष्क्रियता कानून उल्लंघनकर्ताओं की आपराधिकता का दुर्भाग्यपूर्ण समर्थन है. ममता बनर्जी से कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटने की अपील (करता हूं). सभी (कानून उल्लंघन करने वालों) की पहचान की जाए और उन्हें गिरफ्तार किया जाए.
आंदोलन के दौरान पुलिस वाहनों में लगाई गई आग
अधिकारियों ने बताया कि भाजपा के निलंबित प्रवक्ताओं की विवादास्पद टिप्पणियों के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों के दौरान हावड़ा में शनिवार सुबह स्थिति शांतिपूर्ण रही. धुलागढ़, पंचला और उलुबेरिया इलाकों में प्रदर्शनकारियों की पुलिसकर्मियों के साथ झड़प हो गई, जब पुलिस ने शुक्रवार को एक राष्ट्रीय राजमार्ग खंड पर नाकेबंदी को समाप्त करने की कोशिश की. उन्होंने आंदोलन के दौरान पुलिस वाहनों में आग लगा दी और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया.
गौरतलब है कि 13 जून तक जिले भर में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है और 15 जून तक उलुबेरिया, डोमजूर और पंचला जैसे कई क्षेत्रों में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. जिले में प्रदर्शनकारियों द्वारा सड़क और रेलवे ट्रैक को अवरुद्ध किए जाने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हिंसा के कारण कई लोकल और एक्सप्रेस ट्रेन रद्द कर दी गईं.