दार्जीलिंग न्यूज़: बंगाल में करोड़ों रुपये के शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रहा ईडी अगले चरण में दोतरफा रणनीति अपनाएगा। आगे की गिरफ्तारियां सोच-समझकर की जाएंगी और कुछ आरोपियों को सरकारी गवाह बनाने पर भी विचार किया जाएगा।
ईडी प्रमुख ने दिए निर्देश: इस बाबत कोलकाता के दौरे पर गए ईडी प्रमुख संजय मिश्रा से निर्देश मिले हैं। मिश्रा ने पिछले शुक्रवार को कोलकाता में ईडी के शीर्ष अधिकारियों और कानूनी विशेषज्ञों के साथ बैठक की थी।
ईडी अब इन लोगों को गिरफ्तार करेगी: ईडी सूत्रों ने कहा कि भविष्य में सिर्फ उन्हीं लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा, जिन्हें जमानत मिलने की संभावना नहीं है। इसी तरह कुछ आरोपियों को सरकारी गवाह बनाने की भी योजना है। गिरफ्तार किए गए दो बिचौलियों तापस मंडल और नीलाद्रि घोष ने सरकारी गवाह बनने की इच्छा जताई है। ईडी कानूनी सलाह के बाद ही इस मामले में अंतिम फैसला लेगी।
आरोपी को सरकारी गवाह बनाने की योजना: कानूनी जानकारों का कहना है कि किसी आरोपी के आधिकारिक गवाह बनने की प्रक्रिया काफी लंबी होती है। कलकत्ता उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता कौशिक गुप्ता के अनुसार, सीआरपीसी की धारा 306 में इस संबंध में प्रावधान हैं लेकिन प्रक्रिया थोड़ी जटिल है।