पश्चिम बंगाल में शिक्षक पात्रता परीक्षा (tet) के जरिए प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में धांधली के मामले सामने आए हैं। इसे लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट ने हाल ही में सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। अब इस मामले में सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को अहम खुलासा किया है। उन्होंने दावा किया कि प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में हुई गड़बड़ी में पश्चिम बंगाल शिक्षा विभाग के कई अधिकारी शामिल हैं।
सीबीआई ने लगाया आरोप
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मामले में अब तक हुई जांच में कई ऐसे उदाहरण सामने आए हैं, जिनमें उम्मीदवारों को खाली उत्तर पुस्तिकाएं जमा करने के बाद भी नियुक्ति दी गई थी। इन उत्तर पुस्तिकाओं में सिर्फ उम्मीदवारों का नाम और पंजीकरण संख्या का उल्लेख किया गया था।
सीबीआई अधिकारी जानकारी दी कि क्लर्क समेत कई अधिकारी और कनिष्ठ स्तर के कर्मचारी पश्चिम बंगाल में प्राथमिक स्कूलों में नियुक्तियों में हुए घोटाले में संलिप्त पाए गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हमें कई उत्तर पुस्तिकाएं मिली हैं जो खाली हैं और उन पर केवल नाम और पंजीकरण संख्या लिखी गई है। इन उम्मीदवारों को बाद में नियुक्ति दी गई।
एजेंसी के पास है सबूत
अधिकारी ने दावा किया कि इन अधिकारियों और उम्मीदवारों के बीच बड़ी मात्रा में रुपये का लेन-देन नियुक्तियों से पहले हुआ है। सीबीआई अधिकारी ने दावा किया कि एजेंसी ने इस बारे में सबूत का पता लगाया है।
गौरतलब है कि कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर सीबीआई, प्राथमिक शिक्षकों को राज्य में अवैध रूप से भर्ती करने के मामले में आरोपों की जांच कर रही है। अदालत ने बुधवार को एजेंसी को उत्तर-24 परगना के एक निवासी द्वारा प्राथमिक शिक्षकों की नौकरियों की बिक्री के आरोपों की जांच करने के लिए कहा था। सीबीआई ने इस मामले में पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी से भी पूछताछ की है। अदालत ने सीबीआई को 15 जून को सुनवाई की अगली तारीख पर अपनी जांच पर स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है।