West Bengal वेस्ट बंगाल: पासपोर्ट घोटाले मामले में राज्य में गिरफ्तारियों के सिलसिले के बीच इस बार फर्जी आधार और वोटर कार्ड बनाने के आरोप में एक गिरफ्तारी हुई है। पुलिस को संदेह है कि इस मामले में भी पासपोर्ट धोखाधड़ी के गिरोह का कोई संबंध है। उत्तर 24 परगना के बारासात से व्यवसायी समीर दास को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार व्यक्ति के दो बेटों में से एक पुलिसकर्मी है और दूसरा डॉक्टर है। सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर बारासात थाना पुलिस ने अचानक छापेमारी कर व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया।
फर्जी प्रमाण पत्र दिखाकर फर्जी पासपोर्ट बनाने का काला कारोबार पहले भी उजागर हो चुका है। इस रैकेट में शामिल होने के आरोप में कई जिलों से कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। कल पूर्वी बर्दवान जिला पुलिस ने पासपोर्ट जालसाजी मामले में हुगली के खानकुल से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। पासपोर्ट जालसाजी मामले में अकेले पूर्वी बर्दवान जिला पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
इस बार फर्जी आधार (AADHAR) और वोटर कार्ड बनाने के आरोप में उत्तर 24 परगना के बारासात से एक किराना दुकानदार को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार व्यक्ति बारासात के नबपल्ली ब्वॉयज स्कूल से सटे इलाके का रहने वाला है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक समीर दास लंबे समय से फर्जी आधार कार्ड बनाकर बांग्लादेशियों को पासपोर्ट बनवाने में मदद कर रहा था. पुलिस अधिकारियों को आशंका है कि यह कोई बड़ा गिरोह हो सकता है. गिरफ्तारी के बाद गिरफ्तार व्यक्ति से चरणबद्ध तरीके से पूछताछ की जा रही है.इस बीच पुलिस सूत्रों से यह भी पता चला है कि आरोपी के दो बेटों में से एक पुलिस में काम करता है. आरोपी का दूसरा बेटा पेशे से डॉक्टर है. हालांकि, क्या आरोपी समीर ने पुलिस में काम करने वाले अपने बेटे की मदद से यह फर्जीवाड़ा किया? हालांकि मामला स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन बारासात थाने के जांच अधिकारी सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं.