बंगाल के हुगली जिले के चंदननगर स्थित गोंदलपाड़ा एवं हावड़ा की हनुमान जूट मिल के खुलने की घोषणा
पिछले छह महीने से बंदी की मार झेल रहे बंगाल के हुगली जिले के चंदननगर स्थित गोंदलपाड़ा एवं हावड़ा की हनुमान जूट मिल के खुलने की घोषणा से श्रमिकों में खुशी की लहर देखी जा रही है। सोमवार को कोलकाता स्थित न्यू सचिवालय बिल्डिंग में श्रम विभाग की ओर से आयोजित त्रिपक्षीय बैठक में गोंदलपाड़ा जूट मिल को पुनः चालू करने का निर्णय हुआ था।
राज्य के श्रममंत्री बेचाराम मन्ना ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि आगामी एक जुलाई से गोंदलपाड़ा जूट मिल को खोला जाएगा।इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मिल प्रबंधन एवं यूनियन के बीच हुई बैठक के बाद सोमवार से हावड़ा की हनुमान जूट मिल से भी सस्पेंशन आफ वर्क्स (कार्य स्थगन) का नोटिस हटा लिया गया। इसके बाद मंगलवार से श्रमिकों ने इस मिल में मेंटेनेंस का काम भी शुरू कर दिया। जल्द ही इन दोनों जूट मिलों में उत्पादन का काम भी शुरू हो जाएगा।
मालूम हो कि हनुमान जूट मिल 29 दिसंबर, 2021 से बंद था। इस मिल में लगभग दो हज़ार श्रमिक काम करते हैं। मिल चालू होने से मजदूरों व उनके स्वजनों ने राहत की सांस ली है। गौरतलब है कि श्रम मंत्री बेचाराम मन्ना की अध्यक्षता में जूट मिल को पुनः चालू करने के लिए त्रिपक्षीय बैठक की गई थी। इस बैठक में मिल के 11 श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ मिल के मालिक संजय कंजरिया ने भी हिस्सा लिया था। श्रममंत्री ने बताया कि बैठक में यह समझौता हुआ की आगामी एक जुलाई से गोंदलपाड़ा जूट मिल को खोला जाएगा। पहले श्रमिक मेंटेनेंस का काम शुरू करेंगे उसके बाद धीरे-धीरे करके उत्पादन शुरू होगा।
बता दें कि कच्चे माल की कमी तथा अन्य समस्याओं का हवाला देकर मिल प्रबंधन ने एक जनवरी, 2022 को कार्य स्थगन का नोटिस लगा दिया था। तब से इस मिल के लगभग साढे तीन हजार मजदूर बेकार होकर इधर-उधर भटक रहे थे। अब मिल खुलने की सूचना से श्रमिकों में काफी खुशी है। उल्लेखनीय है कि गोंदलपाड़ा जूट मिल वर्ष 2018 से लंबे समय तक बंद था। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद इस मिल को खोला गया था। लेकिन बाद में फिर इस जूट मिल में तालाबंदी हो गई थी। इससे श्रमिकों के सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई थी।