देहरादून न्यूज़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते शुक्रवार को केदारनाथ व बदरीनाथ के दर्शन के लिए पहुंचे थे। दर्शन के बाद वह माणा गए जहां उन्होंने जनसंवाद किया। इसी दौरान उन्होंने हेमकुंड साहिब रोपवे का शिलान्यास भी किया। यह दुनिया का सबसे ऊंचा और लंबा रोपवे होगा। इससे लोगों को हेमकुंड साहिब जाने वाले रास्तों पर पैदल चलने की परेशानी से छुटकारा मिलेगा। हेमकुंड साहिब 15200 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह दुनिया के सबसे ऊंचे शिखर पर स्थित गुरुद्वारा है, जहां सिख श्रद्धालु मत्था टेकने आते हैं।यहां के कपाट साल में मात्र पांच माह श्रद्धालुओं के लिए खुले रहते हैं। गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक बनने वाले रोपवे की लंबाई 12.4 किमी होगी। हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेंद्रजीत सिह बिन्द्रा ने बताया कि रोपवे बनने से हेमकुंड साहिब आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी। बदरीनाथ की यात्रा पर आने वाले 60 प्रतिशत यात्री हेमकुंड साहिब भी पहुंच सकेंगे।
गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक रोपवे बनने से सिर्फ 45 मिनट में सफर पूरा हो जाएगा। वर्तमान में हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए करीब 19 किमी पैदल चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। जिसके लिए यात्रियों को पहले दिन घांघरिया रुकना पड़ता है और फिर अगले दिन हेमकुुंड साहिब की यात्रा कर रात्रि विश्राम के लिए घांघरिया आना पड़ता है। अगले दिन गोविंदघाट लौट पाते हैं। रोपवे बनने से मात्र 45 मिनट में श्रद्धालु गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब पहुंच जाएंगे जबकि खर्चा करीब 1100 रुपये होगा। इसके बनने से बुजुर्ग और दिव्यांग श्रद्धालुओं को सुविधा होगी।