उत्तराखंड न्यूज़: एम्स ऋषिकेश में वर्ल्ड एंटीबायोटिक जनजागरूकता सप्ताह के दूसरे दिन जागरूकता रैली निकाली गई. रैली के जरिए एम्स कर्मियों और मेडिकल छात्रों ने लोगों को एंटीबायोटिक दवाओं का अनावश्यक उपयोग न करने के लिए जागरूक किया.
रैली का शुभारंभ एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने हरी झंडी दिखाकर किया. उन्होंने कहा कि एंटीबायोटिक दवाओं का अनावश्यक उपयोग रोकने के लिए आम जनमानस को विशेषतौर से जागरूक होने की आवश्यकता है. उन्होंने रैली के प्रतिभागियों से आह्वान किया कि इस अभियान की सफलता के लिए जन-जागरूकता के कार्यक्रमों को सघन स्तर पर किया जाए और लोगों को एंटीबायोटिक के प्रतिरोध के बारे में विस्तार से समझाया जाए. वॉकथॉन रैली एम्स के गेट नंबर एक से शुरू होकर आस्थापथ से होते हुए आवास-विकास कॉलोनी पहुंची और वापस एम्स परिसर में पहुंचकर संपन्न हुई. मौके पर मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डा. पीके पंडा, डीएमएस डॉक्टर अमित त्यागी, नर्सिंग फेकल्टी डॉ. मनीष शर्मा, डॉ. अम्बर प्रसाद, डॉ. विश्वजीत, डॉ. वेंकेटेश पाई, डॉ. राखी मिश्रा आदि उपस्थित रहे.
मुनिकीरेती पुलिस ने मॉडर्न इंस्टीट्यूट और तपोवन के एक स्कूल में छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया. इस दौरान उन्हें कानून और अधिकारों की जानकारी भी दी गई. प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि जागरूकता कार्यक्रम में अभिभावकों से नाबालिग छात्र-छात्राओं को दोपहिया वाहन चलाने के लिए नहीं देने की अपील की गई. बताया कि ऐसा करने पर अभिभावक पर 25 हजार जुर्माने और कानूनी कार्रवाई का प्रावधान है.