हल्द्वानी। जमीन दिलाने के नाम पर कई लोगों को करोड़ों रुपये का चूना लगाकर फरार दंपति को मुखानी और हल्दूचौड़ चौकी पुलिस पंजाब से पकड़ लाई। पुलिस के मुताबिक, इस मामले में शेखर चंद्र पांडे निवासी सागर कॉलोनी छड़ायल मुखानी व तनुजा पांडे पत्नी शेखर चंद्र पांडे को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने लोगों को झांसे में लेकर जमीन की रजिस्ट्री करा कर बिना दाखिल खारिज कराए करोड़ों का गबन किया।
तहरीर के आधार पर थाना मुखानी में पांच केस दर्ज किए गए थे। आरोपी दंपति की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम ने हरियाणा, चंडीगढ़ और पंजाब में विभिन्न स्थानों पर दबिश दी। 26 मई को पुलिस ने दंपति को पंजाब के जीरकपुर के जरनैल इनक्लेव 2 से गिरफ्तार किया। पुलिस टीम में आम्रपाली चौकी प्रभारी अनिल कुमार, हल्दूचौड़ चौकी प्रभारी सोमेंद्र सिंह, एसआई ज्योति कोरंगा, कांस्टेबल अनिल गिरी व हेड कांस्टेबल जीवन लाल चन्याल थे।किच्छा, अमृत विचार। कोतवाली पुलिस ने 4 दिन पूर्व निकटवर्ती ग्राम खुरपिया में हुई गोलीकांड का खुलासा कर दिया है। एक कॉलेज के सुरक्षा गार्ड की पत्नी ने ही अपने प्रेमी के साथ हत्या करवाने की साजिश रची थी। पुलिस ने घटना में शामिल तीन युवकों सहित घायल सुरक्षा गार्ड की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।
कोतवाली परिसर में घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल ने पुलिस क्षेत्राधिकारी ओम प्रकाश शर्मा व प्रभारी निरीक्षक धीरेंद्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से घायल मौसमी लाल की पत्नी चंदा देवी, ग्राम खुरपिया, थाना किच्छा निवासी किराना व्यापारी जितेंद्र कुमार, नमक फैक्ट्री बंडिया, युवराज सिंह उर्फ लुसिफर व अभय ठाकुर को पुलिस ने पकड़ लिया।
घायल की पत्नी चंदा देवी ने पुलिस को भटकाने व गुमराह करने का प्रयास किया। जांच के दौरान चंदा देवी के पास से एक कीपैड मोबाइल बरामद हो गया, जिसके बारे में चंदा देवी ने परिवार के किसी सदस्य को नहीं बताया था। सख्ती से पूछताछ के बाद चंदा देवी ने मोबाइल बरामद करा दिया।
जिससे पता चला कि चंदा देवी का ग्राम निवासी किराने की दुकान चलाने वाले जितेंद्र कुमार के साथ 7 वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था और चंदा देवी ने अपने पति मौसमी लाल को प्रेम प्रसंग के बीच से हटाने के लिए प्रेमी के साथ मिलकर मौसमी लाल की हत्या करने की साजिश रची थी। जिसके बाद जितेंद्र ने बंडिया निवासी अपने दोस्त युवराज सिंह उर्फ लुसिफर व अभय ठाकुर से संपर्क कर मौसमी लाल की हत्या करने की 80 हजार रुपये की सुपारी की तय की थी। हत्या की एवज में 62 हजार की धनराशि दोनों शूटरों को उपलब्ध करा दी गई।
बाकी पैसे हत्या के बाद देने की बात तय हो गई। मौके पर पुलिस क्षेत्राधिकारी ओम प्रकाश शर्मा, कोतवाली निरीक्षक धीरेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे। आरोपियों को पकड़ने वाली टीम में एसएचओ धीरेंद्र कुमार, एसओजी टीम निरीक्षक विजेंद्र शाह, एसओजी उपनिरीक्षक विकास चौधरी, एसएसआई सुनील सुतेडी, एसआई विजय कुमार, एसआई राजेंद्र पंत, कांस्टेबल भगवत मेहरा, संजय कुमार, देवराज सिंह, दीपक बोरा, जगमोहन सिंह, मनोज कुमार, रेखा आर्य, सोनिया, एसओजी भूपेंद्र कुमार मौजूद थे।