उत्तराखंड में मतदान के बाद क्या है भाजपा और कांग्रेस का 'प्लान बी'

Update: 2022-02-21 09:17 GMT

उत्तराखंड में अब सियासी दलों को 10 मार्च का इंतजार है। जब ईवीएम में कैद प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला सामने आएगा। इस बीच सभी सियासी दल अपने-अपने बूथ से लेकर प्रदेश स्तर के संगठनों से फीडबैक रिपोर्ट ले रहे हैं। जिस आधार पर आगे की रणनीति पर फोकस किया जा रहा है। जिस तरह का माहौल चुनाव में नजर आया और सियासी दलों के दावे उस आधार पर ये माना जा रहा है कि उत्तराखंड में इस बार कई सीटों पर निर्दलीय, बहुजन समाज पार्टी और यूकेडी भी चौंका सकती है। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस इनके लिए भी प्लान बी पर काम करने में जुटी है।

प्रदेश में विधानसभा चुनाव के परिणामों को लेकर भाजपा और कांग्रेस अब मंथन करने में जुटी हुई है। इसके लिए शीर्ष नेताओं ने भविष्य की रणनीति पर भी काम करना शुरु कर दिया है। हालांकि भाजपा हो या कांग्रेस दोनों ही दल स्पष्ट बहुमत मिलने के दावे कर रहे हैं। लेकिन जिस तरह का फीडबैक पार्टी स्तर पर मिल रहा है, उसमें दोनों दलों को बहुमत के लिए निर्दलीय, यूकेडी या बहुजन समाज पार्टी किंगमेकर की भूमिका में रह सकती है। इसके लिए भाजपा, कांग्रेस इन सभी समीकरणों को भी साधने में जुट गए हैं। भाजपा में अंदरखाने इन सभी मुद्दों पर चर्चा होने का दावा भी किया जा रहा है। इधर कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी चुनाव परिणाम आने के बाद इस तरह के प्रयासों के लिए भी तैयार रहने की बात की है। हालांकि हरीश रावत ये भी दावा कर रहे हैं, कि उनकी स्पष्ट बहुमत की सरकार आ रही है। लेकिन अंदरखाने भाजपा, कांग्रेस संगठन स्तर पर अपने प्लान बी पर काम कर रहे हैं।


राजनीतिक जानकारों की मानें तो जिस प्रकार के सर्वे और रूझान आ रहे हैं, उनके अनुसार हरिद्वार की 2 से 3 सीटों पर बहुजन समाज पार्टी चुनाव परिणामों में चोंका सकती है। इस तरह 2 से 3 निर्दलीय भाजपा, कांग्रेस को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। जबकि 1 से 2 सीटों पर यूकेडी और आप भी त्रिकोणीय मुकाबले में है। इन सीटों पर भाजपा और कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ सकता है। जिससे भाजपा और कांग्रेस दोनों को बहुमत के लिए दूसरे दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों के सहयोग की आवश्यकता पड़ सकती है। ऐसे में इन सभी मजबूत प्रत्याशियों से भाजपा और कांग्रेस के बड़े नेता अभी से संपर्क बनाने की कोशिश में जुट गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कई निर्दलीय चेहरों से संपर्क करने का भी दावा किया जा रहा है। इसी तरह कांग्रेस के रणनीतिकारों ने भी बहुजन समाज पार्टी और दूसरे नेताओं से संवाद स्थापित की बात की है।​ जिन सीटों पर सबसे ज्यादा नजर रहेगी, उनमें यमुनोत्री, केदारनाथ, टिहरी, देवप्रयाग, लक्सर, हरिद्वार ग्रामीण, भगवानपुर, रुद्रपुर, बागेश्वर, काशीपुर,द्वाराहाट सीटें है। इन सीटों पर भाजपा, कांग्रेस को तीसरे फैक्टर के प्रभाव की उम्मीदें हैं, जो​ कि दोनों दलों के समीकरण बिगाड़ सकते हैं। ऐसे में पहले से ही फिल्डिंग सजाकर पहले ही डोरे डाले जा रहे हैं। ​

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