ग्रामीणों ने बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव में शामिल करने की मांग की, विधायक पर लगाया ये आरोप

Update: 2023-06-07 13:17 GMT

लालकुआं: बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव घोषित करने और अतिक्रमण की सूची से बाहर करने की मांग को लेकर हजारों लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान काररोड और 2 किलोमीटर रोड के बाजार भी समर्थन में बंद रहे।

आगामी लोकसभा चुनावों में जनता देगी करारा जवाब

बुधवार को काररोड स्थित जेड सेक्टर में स्कूल परिसर में बिन्दुखत्ता के हजारों लोग एकत्र हुए। उन्होंने बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाने की मांग को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि स्थानीय विधायक डॉ. मोहन बिष्ट ने उनके आंदोलन को कुचलने की कोशिश की है। यदि विधायक और राज्य सरकार बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव जल्द से जल्द बनाते हैं तो वह उनका पूरा सम्मान करेंगे लेकिन यदि जनता को बरगलाया गया तो उसका जवाब आगामी लोकसभा चुनाव 2024 और आगामी विधानसभा चुनाव 2027 में मिलेगा।

विधायक पर ग्रामीणों को भ्रमित करने का आरोप

बिंदुखत्ता बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक इंद्र सिंह पनेरी ने कहा कि विधायक ने गांव में लाउडस्पीकर से लोगों में भ्रम डालने का प्रयास किया। इसके बाद रैली तहसील परिसर में पहुंची। जहां उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया। इस दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री पूर्व विधायक हरीश चंद्र दुर्गापाल, हरेंद्र बोरा, संध्या डालाकोटी, राजेंद्र खनवाल, हरीश बिसौती सहित कई लोगों ने जनता को संबोधित किया।

वायरल पत्र की जांच की जा रही

उप जिलाधिकारी मनीष कुमार ने जनता के समक्ष पिछले दिनों सोशल मीडिया में बिन्दुखत्ता को लेकर वायरल हुए पत्र को लेकर स्पष्ट कहा कि उस पत्र की जांच की जा रही है कि किन परिस्थितियों में यह वायरल हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने भी स्पष्ट कहा है कि जो पुरानी बसावट हैं उन को नियमित करने के सरकार प्रयास कर रही है तो ऐसे में बिंदुखत्ता को अतिक्रमण कहा जाना गलत है।

ये लोग रहे मौजूद

प्रदर्शन करने वालों में राजेन्द्र दुर्गापाल, भगवान सिंह धामी, प्रभात पाल, मोहन अधिकारी, वीरेंद्र दानू, भुवन जोशी, कैलाश पांडे, बहादुर सिंह जंगी, गोविंद बल्लभ भट्ट, अमित बोरा, गोविंद दानू, कमल दानू, पुष्कर दानू, भुवन पाण्डेय, आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन हरीश बिसौती व गिरधर बम ने किया। 

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