मॉनसून से निपटने को तैयार है उत्तराखंड का सिंचाई विभाग
उत्तराखंड में मॉनसून (Monsoon in Uttarakhand) दस्तक दे चुका है. पहाड़ी जिलों में लगातार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है.
उत्तराखंड में मॉनसून (Monsoon in Uttarakhand) दस्तक दे चुका है. पहाड़ी जिलों में लगातार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. कई इलाकों में भूस्खलन से मार्ग बंद हो चुके हैं, उन्हें खोलने का काम जारी है. ऐसे में सिंचाई विभाग भी पूरी तरह से तैयार होने की बात कह रहा है, क्योंकि उत्तराखंड में बरसात का पानी कभी भी विकराल रूप धारण कर लेता है. मॉनसून में भारी वर्षा से लगातार जल स्रोतों का पानी भर जाता है, जिससे नदियों के आसपास के क्षेत्रों में जलभराव और बाढ़ जैसी समस्या पैदा हो जाती है. सिंचाई विभाग ने सभी 13 जनपदों में 113 बाढ़ चौकियां बनाई हैं और देहरादून में केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष बनाया है.
लोक निर्माण एवं सिंचाई विभाग मंत्री सतपाल महाराज (Satpal Maharaj) ने बताया कि विभाग की तरफ से मॉनसून से पहले ही बाढ़ की स्थितियों से निपटने की तैयारियां कर ली गईं. उन्होंने बताया कि टोल फ्री नंबर- 9027022700 जारी कर दिया गया है, ताकि आपातकाल की स्थिति में कंट्रोल रूम में सूचना भी दी जाए और उस पर एक्शन लिया जाए.
सिंचाई विभाग ने सभी जिलों में 113 बाढ़ चौकियां बनाई हैं और इसका मास्टर कंट्रोल रूम देहरादून में है. लोक निर्माण विभाग के अध्यक्ष एजाज अहमद ने जानकारी दी कि विभाग की तरफ से 396 जेसीबी मशीनें तैनात की गई हैं, जो सड़क मार्गों के मलबे को हटाने का काम करेगी. इस बार जीपीएस वाली जेसीबी मशीनें तैनात की गई हैं, जो इस काम को सुगमता से करने में मददगार होंगी.
उन्होंने आगे कहा कि मशीनों पर जीपीएस होने से मशीन की लोकेशन और आवश्यकता वाली जगह का पता लगाया जा सकेगा. मॉनसून काल में अधिकारियों और कर्मचारियों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है.