उत्तराखंड परिवहन निगम अब इलेक्ट्रिक और CNG बसें भी बेडे़ में करेगी शामिल
देवभूमि देहरादून: उत्तराखंड परिवहन निगम पुरानी बसों के सहारे हांफ रहा है। पहाड़ से मैदान तक लगातार पुरानी बसों का ही संचालन किया जा रहा है। पिछले दिनों दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को कम करने के लिए 10 साल से पुरानी बसों के संचालन पर दिल्ली में बैन लगा दिया था। हालांकि, उत्तराखंड परिवहन निगम की अधिकांश बसें आठ साल तक पुरानी हैं, जो अगले दो सालों के भीतर चलन से बाहर हो जाएंगी। ऐसे में परिवहन निगम के पास नई बसें खरीदने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा था। बस खरीद को लेकर लंबे समय से प्रयास किये जा रहे हैं। परिवहन विभाग की लंबी चर्चा के बाद आखिरकार तय कर लिया गया है कि अब नई बसों की खरीद की जाएगी। उत्तराखंड परिवहन निगम में अब पुरानी बसों को हटाकर उनकी जगहों पर नई बसों का संचालन किया जाएगा।
इसके लिए निगम तैयारियों में जुटा हुआ है। परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने बताया कि निगम में 660 नई बसें खरीदने की प्रक्रिया चल रही है। इनमें से 200 इलेक्ट्रिक बसें, 200 CNG, 200 डीजल बसें और 60 ऑर्डिनरी बसें भी खरीदी जाएंगी। उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक और सीएनजी से चलने वाली बसों का संचालन मैदानी रूटों पर किया जाएगा। जबकि, अन्य बसों का संचालन पहाड़ी रूटों पर किया जाएगा।